संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया को धमकी दी है कि अगर उसके मिसाइल टेस्ट से युद्ध की स्थिति बनती है तो उसे ‘नेस्तनाबूद’ कर दिया जाएगा. साथ ही उसने किम जोंग उन पर दबाव बनाने के लिए बाकी सभी देशों से अपील की है कि वो प्योंगयांग से आर्थिक और कूटनीतिक रिश्ते तोड़ दे ताकि उन को ‘भड़काने वाली कार्रवाई’ के लिए सजा दी जा सके. व्हाइट हाउस का कहना है कि नॉर्थ कोरिया इंटरकॉन्टिनैंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का टेस्ट कर दुनिया के सामने एक गंभीर खतरा पेश कर रहा है.


इस मसले पर बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की एक आपात बैठक में अमेरिका के दूत निक्की हेली ने कहा कि हाल में किए गए बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट के बाद नॉर्थ कोरिया दुनिया को युद्ध के करीब ले आया है. इसकी पहुंच अमेरिका के मेनलैंड तक है और यह बहुत आधुनिक मिसाइल है. नॉर्थ कोरिया ने सैन नी से इस मिसाइल का टेस्ट किया. करीब 1,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यह जापान सागर में जा गिरी. यह जापान के आर्थिक अपवर्जन क्षेत्र में गिरी.


निक्की ने कहा, ‘‘यदि युद्ध की स्थिति आती है, तो यह भड़काने वाली ऐसी ही लगातार की जा रही हरकतों की वजह से होगा. यदि युद्ध होता है तो कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी और नॉर्थ कोरिया को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘नॉर्थ कोरिया के तानाशाह ने दुनिया को युद्ध के और नजदीक लाने का चयन किया. हमने नॉर्थ कोरिया के साथ कभी युद्ध नहीं चाहा है और ना ही चाहते हैं.’’ नॉर्थ कोरिया के मिसाइल टेस्ट के बाद अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई थी.


टेस्ट के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत कर नॉर्थ कोरिया के साथ गतिरोध को कूटनीतिक तरीके से सुलझाने की अपनी इच्छा जाहिर की थी. साथ ही चीन से नॉर्थ कोरिया की तेल आपूर्ति को काट देने का भी अनुरोध किया. निक्की ने कहा, ‘‘हमने नॉर्थ कोरिया के खिलाफ बहुपक्षीय बैन लगाने में सफलता प्राप्त की है लेकिन उसने लगातार अधिक शक्तिशाली और नई मिसाइलों का टेस्ट करना जारी रखा. साथ उसने अधिक मारक क्षमता योग्य परमाणु हथियार बनाने की तरफ बढ़ रहा है.’’


नॉर्थ कोरिया के मिसाइल टेस्ट के बाद उन्होंने अन्य देशों से किम को अलग-थलग करने की मांग की. नॉर्थ कोरिया के मिसाइल टेस्ट करने के बाद ट्रंप ने पत्रकारों से कहा था, ‘‘हम इसे संभाल लेंगे...हम इस स्थिति से निपट सकते हैं.’’