US New Jersey Mosque: अमेरिका की मस्जिद में नमाज के दौरान इमाम पर जानलेवा हमला, देखें वीडियो
US New Jersey: आरोपी ने मस्जिद से भागने की कोशिश की, लेकिन नमाजियों ने उसे पकड़ लिया. इसके बाद लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की और फिर पुलिस को सौंप दिया. इस हमले से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है.
US New Jersey Mosque Attack: अमेरिका (America) के न्यूजर्सी (New jersey) में एक इमाम पर अप्रैल महीने की शुरुआत में जानलेवा हमला किया गया था. इमाम पर हमला उस वक्त हुआ, जब वो मस्जिद में फजर की नमाज अदा कर रहे थे. फजर की नमाज (Fajr Namaz) अदा कर रहे इमाम पर एक युवक ने चाकू से हमला कर दिया. हालांकि इमाम की हालत स्थिर बताई जा रही है.
यह घटना न्यूजर्सी के साउथ पैटर्सन की उमर बिन खत्ताब मस्जिद में उस वक्त हुई जब करीब 200 नमाजी सजदे में थे. इसी दौरान एक युवक नमाजियों के बीच से घुसकर आगे सजदे में झुके इमाम सैयद एल्नाकिब पर कई बार चाकू से किया. इसके बाद वहां पर मौजूद नमाजियों ने आरोपी हमलावर को पकड़ लिया.
नमाजियों ने हमलावर को पकड़ लिया
हालांकि, आरोपी मस्जिद से भागने की कोशिश की, लेकिन नमाजियों ने उसे पकड़ लिया. इसके बाद लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की और फिर पुलिस को सौंप दिया. इस हमले से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि हमलावर पीले रंग के कपड़े में मस्जिद के अंदर घुसता है और लोगों की भीड़ के बीच में घुसकर इमाम पर हमला करता है.
Imam was stabbed today in the masjid at fajr time in New Jersey. pic.twitter.com/TRVTByncLl
— Anti Status quo (@ImranInc) April 10, 2023
हमले के पीछे के मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं हैं. वहीं हमले के बाद न्यूजर्सी के मेयर आंद्रे सईघ ने इमाम के हालत के बारे में पुष्टि करते हुए बताया कि उनकी हालत स्थिर है. चाकू के वार से उनके फेफड़े में छेद हो गया है, जिसका इलाज चल रहा है. मस्जिद के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कहा कि हमले के बाद मस्जिद सुरक्षित है. फिर भी स्थानीय पुलिस ने मामले के गंभीरता को देखते हुए इलाके की मस्जिदों में पुलिस की मौजूदगी बढ़ाने की घोषणा की है.
पार्षद ने दुख व्यक्त किया
मस्जिद में इमाम सैयद एल्नाकिब पर हुए जानलेवा हमले के बाद स्थानीय इलाके के पार्षद अल अब्देल-अजीज ने फेसबुक अकाउंट पर घटना के बारे में दुख व्यक्त किया. उन्होंने लिखा कि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हमले के पीछे हमलावर की मंशा क्या थी. किसी भी पवित्र और धर्म से जुड़े स्थान पर इस तरह के हमले की घटना को स्वीकारा नहीं जाएगा. इसका कोई भी मतलब नहीं बनता है.