US Student Jail In UAE: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की एक कॉलेज छात्रा ने दुबई एयरपोर्ट पर एक महिला सुरक्षा गार्ड के साथ मारपीट करने और उसका अपमान करने के लिए एक साल की कैद की सजा सुनाई है. न्यूयॉर्क शहर की .ब्रोंक्स के लेहमैन कॉलेज की 21 वर्षीय छात्रा एलिजाबेथ पोलांको डी लॉस सैंटोस को सोमवार (1 अक्टूबर) को सजा सुनाई गई.
आपको बता दें कि एलिजाबेथ को इस्तांबुल से न्यूयॉर्क जाने के लिए दुबई एयरपोर्ट पर 10 घंटे रूकना था. हालांकि, ये 10 घंटे का स्टे एलिजाबेथ के लिए एक बुरे सपने में बदल गया. एयरपोर्ट पर कर्मचारियों ने उसकी तलाशी भी ली. इस दौरान एयरपोर्ट के कर्मियों ने एलिजाबेथ से कमर का कंप्रेसर हटाने का अनुरोध किया, जो उसे सर्जरी के बाद पहनाया गया था.
एलिजाबेथ के जेल जाने तक का घटनाक्रम
एलिजाबेथ का दुख 14 जुलाई को शुरू हुआ, जब वो अपने एक दोस्त के साथ इस्तांबुल से छुट्टियां मनाकर वापस न्यूयॉर्क लौट रही थी. इस दौरान वो पेरिस में भी कुछ देर के लिए रूकना चाहती थी. इस विचार के साथ उसने दुबई से न्यूयॉर्क के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट ली. उसने 10 घंटे के स्टे के दौरान दुबई घूमने के बारे में सोचा. तभी वो बाहर निकली तो उनकी चेकिंग की गई.
चेकिंग के दौरान उन्हें एयरपोर्ट स्टाफ का बर्ताव सही नहीं लगा, इसलिए उन्होंने महिला स्टाफ के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी. इसके बाद उसे एक बाहर जाने के लिए एक कागजात पर साइन करने के लिए कहा गया. हालांकि, इसके कुछ देर बाद उसे सूचना दी गई कि उसे कानूनी काम के लिए दुबई में ही कुछ दिन रूकना पड़ेगा.
दुबई में हफ्तों तक रुकने के बाद एक कोर्ट में जज ने उसे 10,000 AED (लगभग $2,700 USD) का भुगतान करने और देश छोड़ने की अनुमति दी. फिर भी, दुबई के अभियोजकों ने इस फैसले के खिलाफ अपील की और अब उसे एक साल जेल की सजा सुनाई गई है.
50,000 डॉलर का नुकसान हुआ
एलिजाबेथ की मदद करने वाली मानवाधिकार कार्यकर्ता राधा स्टर्लिंग ने उनकी स्थिति पर चिंता व्यक्त की. उसने इनसाइडर से बात करते हुए उन्होंने कहा कि एलिजाबेथ केवल छह घंटे के लिए दुबई में रूकने वाली थी. हालांकि, अब वो कई महीनों से वहां है. इस दौरान उसे 50,000 डॉलर का नुकसान हुआ है.
अमेरिकी विदेश विभाग ने रविवार को न्यूजवीक को दिए एक बयान में उल्लेख किया कि वे दुबई में एक अमेरिकी नागरिक की हिरासत के बारे में जानते हैं. कानूनी प्रतिनिधि और संबंधित नागरिक उसके मुद्दे के लिए समर्थन जुटा रहे हैं और अमेरिकी विदेश विभाग से दुबई में झूठे आरोपों और जबरन वसूली के संबंध में यात्रा चेतावनियों को संशोधित करने का आग्रह कर रहे हैं.