India-China Dispute: भारत-चीन सीमा विवाद पर बारीकी से निगरानी कर रहा अमेरिका, घुसपैठ को लेकर कही ये बात
India-China Border: साल 2020 से लगातार भारत चीन के बीच सीमा संघर्ष प्रमुख मुद्दा बना हुआ है. अप्रैल 2020 के बाद भारत और चीन सीमा मामले में LAC की स्थिति पर राजनयिक और सैन्य स्तर की वार्ता हुई है.
![India-China Dispute: भारत-चीन सीमा विवाद पर बारीकी से निगरानी कर रहा अमेरिका, घुसपैठ को लेकर कही ये बात US On India China Dispute Strongly oppose unilateral bids to advance territorial claims at LAC India-China Dispute: भारत-चीन सीमा विवाद पर बारीकी से निगरानी कर रहा अमेरिका, घुसपैठ को लेकर कही ये बात](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/28/08645803241fc10cfd5fb5b301d46ddd1674875914415653_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Border Dispute: अमेरिका ने एक बार फिर भारत का पक्ष लेते हुए चीन को खरी-खोटी सुनाई है. संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि वह किसी भी एकतरफा प्रयास और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर घुसपैठ का विरोध करता है. ख़ास बात ये है कि अमेरिका का यह बयान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा भारत-चीन सीमा पर तैनात पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों से मुलाकात के कुछ दिनों बाद आया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप-प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि अमेरिका भारत-चीन सीमा विवाद पर बारीकी से निगरानी कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका सीमा पार या वास्तविक नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ, सैन्य या नागरिक द्वारा क्षेत्रीय दावों को आगे बढ़ाने के किसी भी एकतरफा प्रयास का कड़ा विरोध करते हैं.
पटेल ने कहा कि अमेरिका भारत और चीन को विवादित सीमाओं पर चर्चा करने के लिए मौजूदा द्विपक्षीय चैनलों" का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है. पटेल ने नियमित रूप से मीडिया ब्रीफिंग में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारत और चीन के पीछे हट जाने के कारण अमेरिका राहत महसूस कर रहा है.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल की अमेरिकी एनएसए जेक सुलिवन समेत शीर्ष नेतृत्व से वार्ता के लिए एक अहम दौरे पर वशिंगटन पहुंचने से पहले बाइडन प्रशासन ने कहा कि अमेरिका के लिए भारत एक बेहद महत्वपूर्ण साझेदार है. गौरतलब है कि साल 2020 से लगातार भारत चीन के बीच सीमा संघर्ष प्रमुख मुद्दा बना हुआ है. अप्रैल 2020 के बाद भारत और चीन सीमा मामले में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की स्थिति पर राजनयिक और सैन्य समेत कई स्तर की वार्ता हुई है.
यूक्रेन- रूसी वॉर पर दी प्रतिक्रया
इस दौरान पटेल ने कहा कि भारत अमेरिका का एक अहम सहयोगी है. उन्होंने कहा कि व्यापार सहयोग, सुरक्षा सहयोग और तकनीकी सहयोग सहित कई क्षेत्रों में भारत निश्चित ही अमेरिका का एक प्रमुख साझेदार रहा है. इस दौरान पटेल ने यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा की और घायल हुए सभी लोगों के प्रति सहानुभूति जताई. उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से मैं उन सभी लोगों के प्रति सहानुभूति और पूरे यूक्रेन में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं.
ये भी पढ़ें: Wahab Riaz: पाकिस्तान की सियासत में एक और फास्ट बॉलर की एंट्री, बनेंगे मंत्री, वहाब रियाज के बारे में जानें
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)