Chinese Fighter Jets Chased US Plane: ताइवान स्ट्रेट में आमने-सामने चीन और अमेरिका, वॉर प्लेन घुसा तो ड्रैगन ने खदेड़ा
Chinese Fighter Jets Chased US Plane: चीन के लड़ाकू विमानों ने अमेरिकी पी-8ए पोसाइडन गश्ती विमान का पीछा ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव को और गहरा सकता है.
US P8A Poseidon Chased by Chinese Fighter Jet: चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने हाल ही में एक बयान जारी करते हुए बताया कि उसके लड़ाकू विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य से गुजर रहे एक अमेरिकी पी-8ए पोसाइडन गश्ती विमान का पीछा किया.
PLA के वरिष्ठ कर्नल और प्रवक्ता ली शी ने घटना कि जानकारी दी कि अमेरिकी विमान की गतिविधियों पर नजर रखने और उसका पीछा करने के लिए लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया था. इस अभियान को कानून के दायरे में रह कर संचालित किया गया है. US P-84 Poseidon एयरक्राफ्ट का उपयोग पेट्रोलिंग के लिए किया जाता है साथ ही यह लंबी दूरी की पनडुब्बी रोधी युद्ध में सक्षम है.
चीनी सैन्य बलों का हाई अलर्ट
प्रवक्ता ली ने कहा कि PLA के सैनिक हर वक्त हाई अलर्ट पर रहेंगे. हमारे सैनिक राष्ट्रीय संप्रभुता के साथ-साथ क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. बता दें, इस मुठभेड़ पर अमेरिकी नौसेना की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
ताइवान जलडमरूमध्य में बढ़ता तनाव
ताइवान जलडमरूमध्य पहले से ही चीन और अन्य देशों के बीच तनाव का केंद्र रहा है. चीन ताइवान को अपने हिस्से के रूप में देखता है और इस क्षेत्र में विदेशी सैन्य गतिविधियों को लेकर हमेशा सतर्क रहता है. इस घटना से कुछ दिन पहले ही जर्मनी ने भी दो दशकों के बाद अपने युद्धपोतों को जलडमरूमध्य से भेजा था. चीन ने उस वक्त जर्मनी के इस फैसले पर अपनी नाराजगी जताई थी. ताइवान जलडमरूमध्य में इस तरह की घटनाएं ग्लोबल टेंशन को हवा दे सकती हैं.
2001 में अमेरिका और चीन के विमानों में हुई थी टक्कर
अमेरिका और चीन के बीच हुई इस कथित घटना ने दोनों देशों के बीच हुए 2001 के मुठभेड़ की यादें ताजा कर दी. साल 2001 में एक अमेरिकी निगरानी विमान और चीनी लड़ाकू जेट की टक्कर हो गई थी. इस घटना में चीनी पायलट की मौत हुई. दुर्घटना के बाद अमेरिका ने बयान जारी कर कहा कि उसका विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में था और दुर्घटना का कारण चीनी विमान की लापरवाही थी.
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