अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने घोषणा की है कि वह अमेरिका द्वारा उपग्रह रोधी मिसाइलों के परीक्षण पर रोक लगा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस के अधिकारियों का कहना है कि यह कदम अंतरिक्ष में सैन्य कार्रवाई के लिए नये मापदंड स्थापित करने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है. दरअसल, अमेरिका उपग्रह रोधी मिसाइल परीक्षण करने के लिए रूस और चीन की तीखी आलोचना करता रहा है.
हालांकि, अमेरिका ने 14 साल पहले एक खराब जासूसी उपग्रह को नष्ट करने के लिए अपनी नौसेना के युद्धपोत से एक मिसाइल दागी थी. वहीं अमेरिका का यह फैसला इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि रूस ने सोवियत काल के एक निष्क्रिय उपग्रह को नष्ट करने के लिए नवंबर में एक मिसाइल दागी थी. रूस के इस कदम के बाद अंतरिक्ष के सैन्यीकरण पर बहस काफी तेज हो गयी थी. जिसपर अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने रूसी कदम को “गैर-जिम्मेदाराना कार्रवाई” बताते हुए इसकी कड़ी आलोचना की थी.
दागी गई, मिसाइल के कारण अंतरिक्ष मलबे के 1500 से अधिक टुकड़े पैदा हुए
अमेरिका की अंतरिक्ष कमान के मुताबिक रूस द्वारा उपग्रह को नष्ट करने के तहत दागी गई, मिसाइल के कारण अंतरिक्ष मलबे के 1,500 से अधिक टुकड़े पैदा हुए थे. जिसके परिणामस्वरूप अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर सवार अमेरिकी और रूसी अंतरिक्ष यात्रियों के अलावा चीन के तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन के लिए जोखिम बढ़ गया था. दरअसल उपग्रह रोधी मिसाइलों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करने वाला अमेरिका दुनिया का पहला देश है.
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