वॉशिंगटन: अमेरिका कोरोना वायरस महामारी के सबसे कठिन और घातक दौर में एंट्री ले सकता है, ऐसे में राष्ट्रपति जो बाइडन ने टीकाकरण और जांच, स्कूलों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को फिर से खोलने और यात्रा के दौरान मास्क पहनने की जरूरत सहित इसका उपयोग बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय रणनीति पेश की है.


बाइडन महामारी से बुरी तरह से प्रभावित हुए अल्पसंख्यक समुदायों में असमता भी दूर करेंगे, क्योंकि उन्होंने राष्ट्रपति के तौर पर अपने कार्यकाल के दूसरे दिन महामारी से जुड़े 10 शासनादेशों पर हस्ताक्षर किए हैं. व्हाइट हाउस के अधिकारी जेफ जेइंट्स ने कहा, ‘‘हमें लगभग सभी अमेरिकियों से अपना योगदान देने के लिए कहने की जरूरत है. वायरस को शिकस्त देने के लिए एक समन्वित राष्ट्रव्यापी कोशिश की जरूरत होगी.’’


अमेरिका में महामारी से चार लाख लोग मरे


बाइडन ने महामारी के खिलाफ अभियान की तात्कालिकता को स्वीकार करते हुए कहा, ‘‘हम ऐसे समय में प्रवेश कर रहे हैं जो वायरस का सबसे कठिन और सर्वाधिक घातक अवधि हो सकती है.’’ उन्होंने अमेरिका के लोगों से देश में महामारी से मरने वाले चार लाख से अधिक लोगों की याद में कुछ पल के लिए मौन रखने की अपील करने से पहले यह कहा.





विदेश से आने वाले लोगों को दिखानी होगी कोविड निगेटिव रिपोर्ट

यात्रा के लिए मास्क पहनने के दिशानिर्देश को बाइडन द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है. यह हवाईअड्डों, विमानों, जहाजों, इंटरसिटी बसों, ट्रेनों और सार्वजनिक परिवहन में लागू होगा. विदेश से आने वाले यात्रियों को अमेरिका के लिए रवाना होने से पहले अवश्य ही कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट पेश करनी होगी और पहुंचने पर कुछ दिन पृथक रखा जाएगा. बाइडन ने संघीय कार्यालयों में मास्क पहनने के आदेश दिये हैं. ट्रंप प्रशासन के दौरान मास्क पहनने को वैकल्पिक रखा गया था.


वहीं, कोविड-19 पर बाइडन के शीर्ष मेडिकल सलाहकार डॉ एंथनी फाउची ने कहा है कि राष्ट्रपति पूरे विश्व में कोविड-19 का टीका उपलब्ध कराने, जांच और इलाज के संबंध में एक आदेश जारी करेंगे. फाउची ने यह भी कहा कि अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) में अमेरिकी कर्मचारियों की कटौती की प्रक्रिया को रोकेगा और संगठन के प्रति अपनी वित्तीय बाध्यताओं को पूरा करेगा. गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन से डब्ल्यूएचओ को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था.


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