अमेरिका में श्वेतों को सर्वोच्च मानने वाली मानसिकता, घृणा अपराध के लिए कोई स्थान नहीं: बाइडेन
अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के खिलाफ घृणा अपराध के कई मामले सामने आ चुके हैं. कैलिफोर्निया में एक सितंबर को एक व्यक्ति ने एक भारतीय-अमेरिकी पर नस्लवादी टिप्पणी की थी.
Joe Biden Hate-Fuelled violence: अमेरिका (America) में आये दिन अन्य समुदायों के खिलाफ नस्लीय टिप्पणियां होते रहती है. इसी मुद्दे पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में आयोजित ‘यूनाइटेड वी स्टैंड’ सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ समझने वाली मानसिकता और अन्य समुदायों के खिलाफ घृणा के कारण होने वाली किसी भी प्रकार की हिंसा के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है.
बाइडेन (Biden) ने सम्मेलन में अमेरिका में हिंदुओं, सिखों और मुसलमानों के साथ हो रहे हिंसक घटनाओं का भी जिक्र किया. बाइडेन ने कहा, "हमारे पृष्ठभूमि, हमारी मान्यताएं कुछ भी हों, हम घृणा के कारण होने वाली हिंसा के खिलाफ एकजुट होकर खड़े रहेंगे." उनका ये भी मानना है कि किसी एक समूह पर हमला, वास्तव में सभी पर हमला होता है.
बाइडेन ने राष्ट्रपति पद को लेकर क्या कहा?
बाइडेन ने कहा कि जब वो अन्य समुदायों के खिलाफ नस्लीय टिप्पणियां होते देख रहे थे, तब उनके मन में राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने का विचार आया. वह पढ़ा रहे थे और उन्हें लगा था कि उनके लिए पढ़ना सबसे अच्छा काम है.
बाइडेन ने शर्लोट्सविले घटना को लेकर क्या कहा?
श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ मानने वाले एक हमलावर ने शर्लोट्सविले (Charlottesville) में 2017 में प्रदर्शनकारियों की एक भीड़ पर कार से हमला कर दिया था और इस घटना ने उनके लिए सब कुछ बदल दिया. उन्हें लगता है कि हमारी कहानी एक देश और एक अमेरिका के रूप में लोगों को एकजुट करने की है. बाइडेन ने ये भी कहा कि अमेरिका की विचारधारा यह है कि सभी के साथ समानता एवं गरिमा के साथ व्यवहार किया जाए और यह विचार एक समावेशी, बहुजातीय लोकतंत्र सुनिश्चित करता है और इसी विचार के कारण अमेरिका घृणा को पनाह नहीं देता है.
विभिन्न धार्मिक समूहों के लिए बाइडेन ने क्या कहा?
बाइडेन ने कहा कि दुर्भाग्य से अमेरिका में घृणा के कारण हिंसा की घटनाएं नई बात नहीं है. विभिन्न धार्मिक समूहों के खिलाफ, यहूदी विरोधी, कैथोलिक विरोधी, मॉर्मन विरोधी, मुस्लिम विरोधी, हिंदू विरोधी, सिख विरोधी हिंसात्मक घटनाएं हो रही हैं. साथियों, घृणा की रेखा पूरी तरह कभी नहीं मिटती यह केवल छुपाई जाती है.
भारतीय-अमेरिकी समुदाय का क्या है हलिया मामला?
बाइडेन ने कहा कि उनका प्रशासन घृणा अपराध का शिकार हुए समुदायों की मदद के लिए हर संघीय संसाधन का इस्तेमाल करेगा. अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के खिलाफ घृणा अपराध के कई मामले सामने आ चुके हैं. कैलिफोर्निया में एक सितंबर को एक व्यक्ति ने एक भारतीय-अमेरिकी पर नस्लवादी टिप्पणी की थी.
टेक्सास में भी एक मैक्सिकन-अमेरिकी महिला ने चार भारतीय-अमेरिकी महिलाओं के साथ 26 अगस्त को दुर्व्यवहार किया था और उनके खिलाफ नस्ली टिप्पणियां की थीं. भारतीय-अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने भी हाल में बताया था कि एक पुरुष ने उन्हें फोन पर आपत्तिजनक और नफरत भरे संदेश भेजे हैं तथा उन्हें भारत लौटने की हिदायत दी थी. जयपाल 55 वर्ष की पहली भारतीय अमेरिकी सांसद हैं, जिन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में सिएटल का प्रतिनिधित्व किया है.
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