वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कल चीन के साथ "चरण 2" व्यापार वार्ता पर दरवाजा बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि वह कोरोनो वायरस महामारी के कारण बीजिंग के साथ व्यापार के बारे में बात नहीं करना चाहते हैं. ट्रंप ने कहा कि उन्हें चीन के साथ बातचीत करने में अब दिलचस्पी नहीं है.
सीबीएस न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या अब ट्रेड डील के लिए चीन के साथ दूसरे दौर की बातचीत को खत्म समझा जाए. इसके जवाब में उन्होंने कहा, "चीन से बात करने में दिलचस्पी नहीं है." उन्होंने आगे कहा कि हमने जनवरी में ट्रेल डील के पहले चरण में एक बेहतरीन व्यापारिक सौदे पर हस्ताक्षर किए थे. लेकिन जैसे ही सौदा हुआ, उसकी स्याही भी नहीं सूखी होगी, उन्होंने हमे प्लेग दिया. ट्रंप ने कोरोना वायरस का जिक्र करते हुए कहा कि ये भी वुहान शहर से ही निकल कर आया है.
उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने महीनों तक संयुक्त राज्य अमेरिका में कोरोना वायरस के प्रसार के लिए चीन को दोषी ठहराया. उनका मानना था कि चीन ने इस वायरस के बारे में समय पर जानकारी नहीं दी और वो इस वायरस को फैलने से रोकने में विफल रहा.
कोरोना वायरस से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को हुआ भारी नुकसान
अमेरिका की अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस से भारी नुकसान हुआ है. इससे ट्रंप को नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में झटका लग सकता है. चीन और अमेरिका के बीच जनवरी में ट्रेड डील के पहले चरण की बातचीत में विनिर्मित वस्तुओं, ऊर्जा और सेवाओं की खरीद को बढ़ाने का वादा हुआ था. दोनों देशों के बीच 200 बिलियन डॉलर का व्यापारिक सौदा हुआ था. लेकिन कोरोना वायरस महामारी के बाद ट्रंप ने व्यापारिक सौदे पर अपने विचार बदल लिए.
अमेरिका ने हांगकांग के मुद्दे पर चीन को दिया बड़ा झटका
ट्रेड डील के लिए दूसरे चरण की बातचीत न करने के साथ-साथ अमेरिका ने हांगकांग के मुद्दे पर भी चीन को बड़ा झटका दिया. हांगकांग में लोगों का दमन किए जाने की वजह से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को एक कानून और कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करके चीनी लोगों और संस्थाओं पर प्रतिबंध का इतंजाम कर दिया है. नए कानून पर हस्ताक्षर करने के बाद ट्रंप ने कहा, ''मैंने एक कानून और आदेश पर साइन किया है जो हांगकांग के लोगों के खिलाफ दमन के लिए चीन को जवाबदेह ठहराता है.''
ट्रंप ने आगे कहा कि यह कानून मेरे प्रशासन को नए शक्तिशाली टूल्स देगा जिससे हांगकांग की स्वतंत्रता को खत्म कर रहे लोगों और संस्थाओं को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. हम सभी ने देखा है कि उनकी स्वतंत्रता और अधिकार ले लिए गए हैं.
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