US Presidential Election 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2024 (US Presidential Election 2024) की सरगर्मी जोरों पर है. रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस से हो रहा है. चुनाव से पहले ही लगभग 30 मिलियन (3 करोड़) लोग शुरुआती मतदान के माध्यम से अपना वोट डाल चुके हैं. शुरुआती मतदान से चुनाव दिवस पर भीड़ कम करने और वोटिंग को अधिक आसान बनाने का प्रयास है. वहीं आने वाने 5 नवंबर को नतीजे आने वाला है, जिस दिन अमेरिका को नया राष्ट्रपति मिलेगा.


अमेरिका में नागरिकों को चुनाव दिवस से पहले व्यक्तिगत रूप से या मेल द्वारा मतदान करने की सुविधा दी गई है. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्जीनिया के फेयरफैक्स काउंटी में शुरुआती मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में लोग मतदान कर रहे हैं. ये परंपरागत रूप से डेमोक्रेटिक क्षेत्र है. इस दौरान डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों पार्टियों के समर्थकों ने केंद्रों के बाहर बूथ स्थापित किए हैं, जहां वे मतदाताओं को वोटिंग से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं. वहीं फेयरफैक्स काउंटी के स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार  राष्ट्रपति चुनाव का मुकाबला कड़ा होने वाला है.


रिपब्लिकन समर्थक मतदाताओं की राय
एक रिपब्लिकन समर्थक ने ट्रंप को समर्थन देते हुए कहा कि उन्हें कमांडर-इन-चीफ बनने की सभी योग्यताएं हैं. उनका मानना है कि महंगाई और आप्रवासन इस चुनाव के महत्वपूर्ण मुद्दे हैं. उनके अनुसार, “हर चीज़ की कीमत बढ़ गई है, जैसे कि कार बीमा में 700  फीसदी की वृद्धि हुई है. इसके अलावा रोजमर्रा की चीजों के दाम बढ़े हैं. साथ ही आप्रवासन की समस्या से लोग डर महसूस कर रहे हैं.”


डेमोक्रेटिक समर्थक मतदाताओं की राय
हैरिस को वोट देने वाले ली जोर्डी ने कहा कि वह अमेरिका के संघ की स्थिति और लोकतंत्र को संरक्षित करने को लेकर चिंतित हैं. उनका मानना है कि हैरिस दयालु हैं. वो सभी अमेरिकियों की परवाह करती हैं. एक अन्य मतदाता जॉनी जेवियर ने भी हैरिस को योग्य उम्मीदवार माना क्योंकि उनके अनुसार हैरिस ने "बहुत अच्छा काम किया है."


अमेरिका में शुरुआती मतदान की प्रक्रिया
अमेरिका में हर एक राज्य के लिए  मतदान के नियम और समय सीमा अलग-अलग होती हैं. मतदान केंद्रों पर जाकर अपनी पहचान सत्यापित कर सकते हैं. फिर उन्हें मतपत्र प्रदान किया जाता है, जिस पर वे अपने उम्मीदवार का चुनाव करते हैं. अमेरिका में आमतौर पर कागजी मतपत्रों का इस्तेमाल किया जाता है. कुछ राज्यों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का भी इस्तेमाल किया जाता है, जो एक पेपर प्रिंट आउट तैयार करते हैं.


ये भी पढ़ें: 'दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध की ओर ले जाएंगी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार', डोनाल्ड ट्रंप का कमला हैरिस पर निशाना