(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
US President Elections 2024: क्या कमला हैरिस से डर गए हैं डोनाल्ड ट्रंप, 10 सितंबर की डिबेट से क्यों भाग रहे?
Donald Trump: राष्ट्रपति पद की डिबेट को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस के साथ बहस न करने की बाच कही है. उनका कहना है कि डिबेट जून वाले डिबेट की तरह म्यूट माइक्रोफोन के साथ हो.
Presedential Debate: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है. चुनाव से पहले 10 सितंबर को होने वाली राष्ट्रपति पद की डिबेट को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस के साथ बहस से बाहर निकलने की धमकी दे दी है. इसके बाद क्या यह माना जाए कि ट्रंप इस पारंपरिक और नियमानुसार होने वाली बहस में भाग नहीं लेंगे और वह रद्द हो जाएगी?
राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए तीसरी बार बोली लगा रहे डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कह दिया कि मैं उस टीवी चैनल (CNN) पर कमला के हैरिस के खिलाफ डिबेट क्यों करूंगा? कमला हैरिस की टीम की ओर से इस बहस में ओपन माइक्रोफोन की वापसी को लेकर मांग की गई है जबकि डोनाल्ड ट्रंप की टीम इसके बिलकुल विपरीत मांग कर रही है. डोनाल्ड ट्रंप ने बहस न करने की धमकी दी.
म्यूट बटन के पीछे छिपते हैं ट्रंप- ब्रायन फॉलन
डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार जेसन मिलर ने कहा कि वह पहले ही सीएनएन की जून की डिबेट जैसी ही डिबेट के लिए हामी भर चुके हैं, जिसमें म्यूट माइक्रोफोन थे फिर इसे क्यों बदला जा रहा है? दूसरी ओर कमला हैरिस के खेमे से ब्रायन फॉलन ने कहा कि ब्रॉडकास्ट कार्यक्रम के पूरे समय में माइक्रोफोन को चालू रखा जाए. उन्होंने तो यह तक कह दिया कि ट्रंप म्यूट बटन के पीछे छिपना बंद कर दे. इसे लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मुझे इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता है. मैं इसे शायद चालू रखना पसंद कर लूंगा, लेकिन सहमति इस बात पर थी कि यह पिछली बार के डिबेट की तरह ही इस बार का डिबेट होगा.
हैरिस ने किया डिबेट से इनकार
वही डोनाल्ड ट्रंप ने फॉक्स न्यूज की एक बहस का प्रपोज 4 सितंबर के लिए किया था, लेकिन कमला हैरिस ने इसमें शामिल होने से साफ इनकार कर दिया था. बीते महीने राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रपति की रेस से निकलने के बाद कमला हैरिस डेमोक्रेटिक कैंडिडेट बन गई थीं. तब उन्होंने कहा था कि वह 10 सितंबर को एबीसी न्यूज़ की ओर से आयोजित डिबेट में शामिल होंगी, जिसे जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप ने पहले से ही सहमति दी हुई थी.
यह भी पढ़ें- जस्टिन ट्रूडो का भारतीयों को झटका, अब कनाडा में नौकरी पाना हो जाएगा मुश्किल, जानिए कैसे