Iran-Israel Conflict: हमास नेता इस्माइल हानिया की मौत के बाद से मिडिल ईस्ट में तनाव के हालात पैदा हो गए हैं. इस बीच हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार (17 अगस्त) को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की इस बात को "भ्रम" करार देते हुए खारिज कर दिया, जिसमें जो बाइडेन ने दावा किया कि कतर की खाड़ी अमीरात में इजरायल और हमास के बीच बातचीत के बाद गाजा में संघर्ष विराम जल्द ही हो जाएगा.


न्यूज एजेंसी एएफपी से बातचीत में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य समी अबू ज़ुहरी ने कहा कि यह कहना कि हम किसी समझौते के करीब पहुंच रहे हैं, एक भ्रम है. हम किसी समझौते या वास्तविक वार्ता का सामना नहीं कर रहे हैं, बल्कि अमेरिकी हुक्मों के आदेशों को थोपे जाने का सामना कर रहे हैं. दरअसल, समी अबू जुहरी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के उस बयान का जवाब दे रहे थे जिसमें बाइडेन ने कहा था कि हम पहले से कहीं बातचीत के ज्यादा करीब हैं.


US ने की इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की पहल


शुक्रवार (16 अगस्त) को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कतर में दो दिनों की बातचीत के बाद कहा था कि जहां वाशिंगटन ने इजरायल और फिलिस्तीनी हमास उग्रवादियों के बीच मतभेदों को दूर करने की कोशिश की. वहीं, दोनों पक्ष गाजा पट्टी में 10 महीने से ज्यादा समय से युद्ध में एक दूसरे को झोंके हुए हैं. उन्होंने कहा था कि महीनों तक चली संघर्ष विराम वार्ता के दौरान की बातचीत अब तक निरर्थक साबित हुई है.


ईरान और हिजबुल्लाह ने इन मौतों के लिए इजरायल को ठहराया जिम्मेदार


इस्माइल हनिया हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो के प्रमुख थे. जिनको (31 जुलाई 2024) में इजरायल ने हवाई हमले में मार गिराया था. वहीं, हिजबुल्लाह आंदोलन के प्रमुख फुआद शुक्र की मौत के बाद से मिडिल ईस्ट में तनाव काफी बढ़ गया है. जहां उनकी मौत के बाद हिजबुल्लाह, ईरान और क्षेत्र के अन्य तेहरान समर्थित समूहों ने बदला लेने की कसम खाई. उनकी मौत के लिए इजरायल को दोषी ठहराया.


इजरायली हमले से लेबनान में कम से कम 10 लोगों की हुई मौत


इस बीच बाइडेन प्रशासन के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन एक समझौते को अंतिम रूप देने के लिए शनिवार (17 अगस्त) को इजरायल जाने वाले थे. मगर, जैसे-जैसे युद्धविराम की दिशा में प्रयास जारी रहे, वैसे-वैसे शनिवार को गाजा और लेबनान में हत्याएं भी बढ़ती गईं. वहीं, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दक्षिणी लेबनान में इजरायली हवाई हमले में एक सीरियाई महिला और उसके दो बच्चों सहित 10 लोग मारे गए. जबकि, इसराइल का कहना है कि उसने हिज़बुल्लाह के हथियार घर को निशाना बनाकर हमला किया है.


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