वॉशिंगटन: रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (74) और डेमोक्रेटिक पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन (77) के बीच आखिरी बहस आज टेनेसी के नैशविले में बेलमोंट यूनिवर्सिटी में होगी. दोनों ही पार्टी के उम्मीदवार भारतीय-अमेरिकी वोटर्स को लुभाने में जुटे हैं. तीसरी और आखिरी बहस को होस्ट ‘एनबीसी न्यूज’ रिपोर्टर क्रिस्टन वेलकर करेंगी.


ट्रंप ने इसी सप्ताह अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के साथ बहस में शामिल होने की पुष्टि की है. इससे पहले उन्होंने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के बीच होने वाली बहस के लिए नियमों में किए गए ‘अनुचित’ बदलावों को लेकर आपत्ति जतायी थी. नए नियम के तहत प्रतिद्वंद्वी वक्ताओं के माइक्रोफोन दो मिनट के लिए बंद कर दिए जाएंगे ताकि अपना पक्ष रखने जा रहा उम्मीदवार अपनी बात की शुरुआत निर्बाध तरीके से कर सके.


अमेरिकी हिंदू ट्रंप और बिडेन के बीच बंट गए
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों के दो सप्ताह रह गए हैं और इस समय तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंदी जो बिडेन के हिंदू समर्थकों के बीच राजनीतिक विभाजन गहराता जा रहा है. ट्रंप और बिडेन के चुनावी अभियानों में हिंदुओं को लुभाने की कोशिश हो रही जो इस समुदाय की बढ़ती राजनीतिक प्रमुखता का संकेत है. हिंदू अमेरिका में चौथा सबसे बड़ा समुदाय है, जो 2016 के आंकड़े के अनुसार अमेरिका की आबादी का लगभग एक प्रतिशत है.


सितंबर में बिडेन ने अपने चुनावी अभियान में ‘हिन्दू अमेरिकन्स फॉर बाइडेन’ की शुरुआत की, जबकि अगस्त में ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान ने हिन्दू समुदाय के 20 लाख से अधिक सदस्यों को आकर्षित करने के अपने प्रयासों के तहत ‘हिंदू वॉयसेज फॉर ट्रंप’ के गठन की घोषणा की थी.


ट्रंप और बाइडेन के अमेरिकी हिंदू समर्थकों के बीच रविवार को '2020 का राष्ट्रपति चुनाव: अमेरिकी हिंदू मुद्दों पर एक बहस' नामक वेबिनार में हुई एक ऑनलाइन बहस से पता चलता है कि अमेरिका में हिंदू समुदाय के बीच स्पष्ट राजनीतिक विभाजन है. हिंदू समुदाय के एक समूह ने आरोप लगाया कि बिडेन को मुसलमानों का समर्थक बताया तो दूसरे ने ट्रंप पर ‘‘नस्लवादी’’ होने का आरोप लगाया.


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