US Presidential Election: अमेरिका में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने है. इसके लिए बुधवार को रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों के बीच प्राथमिक बहस हुई. जिसमें भारतीय अमेरिकी विवेक रामास्वामी अनुभवी प्रतिद्वंद्वियों को मात देते नजर आए. उन्होंने बहस के दौरान सबसे ज्यादा तीखे प्रहार किए और जमकर तालियां भी बटोरी. बता दें कि रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों के बीच हुए प्राथमिक बहस में राष्ट्रपति पद के 8 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया.  हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बहस से दूर रहे.  लेकिन इस बहस के दौरान विवेक रामास्वामी चर्चा का केंद्र बिंदु बने रहे. 


गौरतलब है कि रिपब्लिकन पार्टी की ओर से भारतीय मूल के 2 उम्मीदवार भी रेस में हैं. इनमें रामास्वामी के अलावा दक्षिण कैरोलिना राज्य की गवर्नर निक्की हेली भी शामिल हैं. हालांकि हाल ही में हुए एक सर्वे के अनुसार,पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद दूसरे नंबर पर लगातार विवेक रामास्वामी बने हुए हैं.ऐसे में बढ़ती लोकप्रियता के बीच उनपर लगातार राजनीतिक हमले किए जा रहे है. 


मंच पर गरजे रामास्वामी


बुधवार को हुए बहस के दौरान विवेक रामास्वामी ने कहा कि मंच पर वो इकलौते उम्मीदवार हैं, जिन्हें पैसे देकर नहीं लाया गया है. इसके साथ ही उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा कि वे एक ऐसे परिवार में पैदा हुए, जो गरीब थे और अमेरिका में बसने आए और मेहनत से करोड़ों डॉलर की कंपनी बनाई. 


सबसे ज्यादा मिले वोट 


इतना ही नहीं, भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी को लोकप्रियता के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी फायदा हुआ. दरअसल, रामास्वामी ने बहस के बाद 450,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक जुटाए. बहस के बाद सामने आए एक सर्वे के अनुसार, 504 लोगों में से 28 प्रतिशत ने कहा कि रामास्वामी ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया . रामास्वामी के बाद 27 प्रतिशत के साथ फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस और 13 प्रतिशत के साथ पेंस रहे. बता दें कि उद्यमी से राजनेता बने रामास्वामी  को उनके तीन शीर्ष प्रतिद्वंद्वियों, न्यू जर्सी के पूर्व गवर्नर क्रिस क्रिस्टीज़, पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस और दक्षिण कैरोलिना की गवर्नर निक्की हेली से कड़ी टक्कर मिल रही थी.


जानें कौन हैं भारतीय अमेरिकी विवेक रामास्वामी 


विवेक रामास्वामी भारतीय मूल के रिपब्लिकन पार्टी के अमेरिकी नेता हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने प्रत्याशी पद की दावेदारी कर रहे हैं. 38 वर्षीय रामास्वामी रामास्वामी का जन्म ओहिया में हुआ था. उनके माता-पिता भारत के आप्रवासी थे. उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से जीव विज्ञान की डिग्री हासिल की और फिर येल लॉ स्कूल की पढ़ाई पूरी की.


रामास्वामी ने हेज फंड निवेशक के रूप में काम किया और येल से स्नातक होने से पहले ही उन्होंने कई मिलियन डॉलर कमा लिए थे. 2014 में उन्होंने अपनी खुद की बायोटेक कंपनी, रोइवंत साइंसेज (ROIV.O) की स्थापना की, जिसने उन दवाओं के लिए बड़ी कंपनियों से पेटेंट खरीदे, जो अभी तक पूरी तरह से विकसित नहीं की गई थीं. उन्होंने 2021 में सीईओ पद से इस्तीफा दे दिया.लेकिन वर्ष 2023 तक इसके अध्यक्ष बने रहे. वर्ष 2022 में रामास्वामी ने स्ट्राइव एसेट मैनेजमेंट के को-फाउंडर भी थे. फरवरी 2023 में, रामास्वामी  ने 2024 के चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी  के नामांकन के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की.


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