जन्म से ही लग्जरी लाइफ, महल जैसी सुविधाएं, जानिए पर्दे के पीछे रहकर बैरन ट्रंप ने कैसे लिखी पिता की जीत की कहानी
Donald Trump Son Barron: रिपोर्ट के मुताबिक, इसी साल 18 साल के हुए बैरन ने डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी अभियान में अहम भूमिका निभाई. ट्रंप जो रोगन के पॉडकास्ट में बैरन के कहने पर ही पहुंचे थे.
America New President Donald Trump: हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले डोनाल्ड ट्रंप की चर्चा दुनियाभर की मीडिया में हो रही है. कोई उनकी जीत के कारण तो कोई उनके कैंपेन पर बात कर रहा है.
इन सबसे अलग कुछ आर्टिकल्स में उनके परिवार की भी चर्चा खूब हो रही है और ट्रंप की जीत में इनका भी बड़ा योगदान बताया जा रहा है. हालांकि उनकी फैमिली का एक सदस्य ऐसा भी है जो इस बार सबसे ज्यादा सुर्खियों में है. हम बात कर रहे हैं ट्रंप के सबसे छोटे बेटे बैरन की. आइए जानते हैं बैरन से जुड़ी कुछ खास जानकारी.
2006 में हुआ था जन्म
बैरन ट्रंप का जन्म 20 मार्च 2006 में हुआ था. जन्म के साथ ही उन्हें हर सुविधा मिली. उन्होंने पहले दिन से ही लग्जरी जीवन जिया. ट्रंप टावर में एक पूरे फ्लोर को उनके खेल के मैदान के रूप में बनाया गया था. उन्हें नवजात शिशु के उपहार के रूप में एक गोल्डन बेबी कैरिएज मिला था. बैरन डोनाल्ड ट्रंप और मेलानिया के बच्चे हैं.
ट्रंप टावर में पूरा पेंटहाउस बैरन के लिए
बचपन में अधिकतर बच्चे महल का सपना देखते हैं, लेकिन बैरन को जन्म के साथ ही महल मिला. उनका “महल” ट्रंप टावर पेंटहाउस था. यह ट्रिपलेक्स सोने और संगमरमर से सजा था. यही नहीं, इस पेंटहाउस में लुई XIV शैली में डिज़ाइन की गई एक निजी नर्सरी भी थी.
पेंटहाउस से सीधे पहुंचे व्हाइट हाउस
बैरन जब 11 साल के थे, तब 2017 में उनके पिता डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बने. वह परिवार के साथ पेंटहाउस से निकलकर सीधे व्हाइट हाउस तक पहुंच गए. यहां भी उन्हें तमाम लग्जरी सुविधाएं मिलीं. व्हाइट हाउस में उनके लिए विशेष सुविधाएं थीं. जैसे निजी थिएटर, पूल, बॉलिंग एली और अन्य.
पर्सनल ट्यूटर, महंगे और नामी स्कूल से शिक्षा
बैरन की स्कूली शिक्षा की बात करें तो उन्होंने एलीट प्राइवेट स्कूल से लेकर हाई क्लास बोर्डिंग स्कूल तक में पढ़ाई की है. उनके लिए एक पर्सनल ट्यूटर और नामी संस्थान की व्यवस्था की गई थी. वह जिस स्कूल में पढ़ते थे उसकी सालाना फीस करीब 50 हजार डॉलर थी.
पहले ही चुनावी अभियान में हिट
इसी साल बैरन 18 साल के हुए और व्यस्क होते ही उन्होंने एक खास अभियान पर काम शुरू कर दिया. अभियान था अपने पिता डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में जिताना. बताया जा रहा है कि बैरन ने ट्रंप के चुनावी अभियान में अहम भूमिका निभाई. चर्चा ये भी है कि बैरन के कहने पर ही ट्रंप जो रोगन के पॉडकास्ट में पहुंचे थे. इसके अलावा कुछ और भी निर्णय ट्रंप ने बैरन के कहने पर ही लिया.
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