अमेरिका में कल यानि 3 नवंबर को होने वाला राष्ट्रपति चुनाव देश के इतिहास का सबसे महंगा चुनाव बनने जा रहा है. इस चुनाव में पिछले राष्ट्रपति चुनाव के मुकाबले दोगुनी राशि खर्च होने का अनुमान है. इस बार करीब 14 अरब डॉलर (1 लाख करोड़ करोड़ से ज्यादा) खर्च होने की उम्मीद है.
रिसर्च ग्रुप ‘दि सेंटर फॉर रेस्पॉनसिव पॉलिटिक्स' ने कहा कि मतदान से पहले के आखिरी महीने में राजनीतिक चंदे में भारी बढ़ोत्तरी हुई है और इसकी वजह से इस चुनाव में जो 11 अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान लगाया गया था, वह पीछे छूट गया है.
जो बिडेन एक अरब डॉलर जुटाने के करीब
रिसर्च ग्रुप ने कहा कि वर्ष 2020 के चुनाव में 14 अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान है, जिससे चुनाव में खर्च के पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो रहे हैं. इसके मुताबिक डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन अमेरिकी इतिहास के पहले प्रत्याशी होंगे जिन्होंने दानकर्ताओं से एक अरब डॉलर (करीब 7500 करोड़ रुपये) की राशि प्राप्त की. अकेले अगस्त और सितंबर में बिडेन ने 70 करोड़ डॉलर से अधिक जुटाए.
उनके प्रचार अभियान को 14 अक्टूबर को 93.8 करोड़ डॉलर प्राप्त हुए हैं जिससे डेमोक्रेट का रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को हराने को लेकर उत्सुकता बढ़ती जा रही है. वहीं ट्रंप ने दानकर्ताओं से 59.6 करोड़ डॉलर का कोष चुनाव प्रचार के लिए जुटाया है. महामारी के बावजूद हर कोई वर्ष 2020 के चुनाव में अधिक राशि दान कर रहा है, फिर चाहे वह आम लोग हों या अरबपति. रिसर्च ग्रुप ने कहा कि इस बार महिलाओं ने दान देने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
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