वॉशिंगटन: कोरोना महामारी का प्रभाव अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव पर भी पड़ रहा है. कोरोना की वजह से होने वाली वोटिंग का ट्रेंड बदल गया है. कोरोना काल में वोटर भीड़ से बचते हुए अपने मत का प्रयोग करना चाहते हैं. यही वजह है कि प्री पोल वोटिंग ने इस बार नया रिकॉर्ड बना दिया है. अमेरिका में 3 नवंबर को वोटिंग होनी है. एक इंडिपेंडेंट वोट मॉनिटर के मुताबिक 2020 में प्री इलेक्शन बैलट्स की संख्या 4 साल पहले हुए चुनाव में पड़े ऐसे वोटों से आगे निकल गई है. ये 3 नवंबर को होने वाली फाइनल वोटिंग से 9 दिन पहले का आंकड़ा है.
बढ़ गया आंकड़ा
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा की ओर से संचालित एक इंडिपेंडेंट यूएस इलेक्शन प्रोजेक्ट ने दावा किया कि रविवार तक 5.9 करोड़ से ज्यादा लोग वोट डाल चुके हैं. यूएस इलेक्शन असिस्टेंस कमीशन की वेबसाइट के अनुसार, पिछली बार कुल 5.7 करोड़ लोगों ने मेल के जरिए या पोलिंग से पहले वोट दिया था.
वोटिंग का आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ रहा है
एक इलेक्शन प्रोजेक्ट ने अनुमान जाहिर किया है कि इस बार चुनाव में 15 करोड़ से ज्यादा लोग वोट डाल सकते हैं. 2016 के चुनाव में ये आंकड़ा 13.7 करोड़ रहा था. इनमें कुछ राज्य बहुत अहम साबित हो सकते हैं. यहां वोटिंग का आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ रहा है. इनमें टेक्सास भी शामिल है. बीते रविवार तक ही यहां 2016 के मुकाबले 80% वोट डाले जा चुके हैं.
क्या है डोनाल्ड ट्रंप का दावा
डेमोक्रेटिक पार्टी शुरुआत से ही प्री पोल वोटिंग को बढ़ावा दे रही है. इससे लग रहा है कि इसमें उन्हें बढ़त मिल सकती है. इसके उलट डोनाल्ड ट्रंप महीनों से बिना किसी सबूत के दावा कर रहे हैं कि मेल से डाले जाने वाले वोट (मेल इन बैलट) धोखाधड़ी की वजह बनते हैं, इस वजह से रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों से चुनाव के दिन ही वोटिंग की उम्मीद की जाती है. इसे लेकर यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर माइकल मैक्डॉनाल्ड का कहना कि जिस तरह देश में कोरोना फैल रहा है, ये रणनीति ज्यादा जोखिम भरी है. माइकल एक इलेक्शन प्रोजेक्ट का प्रबंधन भी कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि क्या हो अगर उनके कुछ मतदाता वोट न डालने का फैसला कर लें या पोलिंग बूथ ही बंद हो जाए.
रिपब्लिक पार्टी के गढ़ है टेक्सास
प्रोफेसर माइकल मैक्डोनाल्ड ने अपने ट्वीट में बताया कि टेक्सास में शुक्रवार तक प्री पोल वोटिंग जारी है. कोई शक नहीं कि फाइनल वोटिंग के दिन तक टेक्सास में 2016 से ज्यादा वोटिंग हो चुकी होगी. सवाल है कि ये कितनी ज्यादा होगी. टेक्सास पारंपरिक रूप से रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ रहा है. यहां 1980 के बाद से ही रिपब्लिकन उम्मीदवारों को समर्थन मिला है. हालांकि, हाल में आए कुछ सर्वे में बाइडेन को ट्रंप पर भारी पड़ते दिखाया गया है.
यह भी पढ़ें: