US Presidential Elections 2024: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बीते सोमवार को आर्लिंगटन नेशनल सिमेट्री अमेरिका के सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे, लेकिन सैनिकों को श्रद्धांजलि देने का उनका दौरा उन्हीं को विवादों में ले आया. इसकी वजह यह थी कि वह अपने साथ फोटोग्राफर लेकर गए थे.
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 3 साल पहले अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के दौरान काबुल में हुए आत्मघाती हमले में मारे गए 13 सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे थे. श्रद्धांजलि देने के दौरान उनकी कैंपेन टीम का एक फोटोग्राफर भी साथ था, जिसे लेकर विवाद बढ़ गया.
हो गई हाथापाई
आर्लिंगटन सिमेट्री में फोटोग्राफर को लेकर सिमेट्री के अधिकारियों और डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेन टीम के सदस्यों के बीच बहस हो गई. अधिकारियों द्वारा फोटोग्राफर को रोकने की कोशिश की गई और देखते ही देखते यह बहस हाथापाई तक जा पहुंची. यहां पर डोनाल्ड ट्रंप के एक स्टाफ ने सिमेट्री के अधिकारी को धक्का भी दे दिया. आर्लिंगटन नेशनल सिमेट्री के अधिकारियों का कहना था कि इस क्षेत्र में फोटो और वीडियोग्राफी करने की इजाजत केवल सिमेट्री के स्टाफ को ही है.
हाथापाई की घटना से कर दिया इनकार
इस घटना के बाद आर्लिंगटन नेशनल सिमेट्री ने बयान जारी करते हुए यह कहा कि कानून के अंतर्गत सैन्य कब्रिस्तान में पॉलिटिकल प्रचार और चुनाव से संबंधित गतिविधियों पर रोक लगाई गई है. इस तरह की जगह पर किसी प्रकार का कोई प्रचार सही नहीं है. जब यह मामला सार्वजनिक हुआ और विवाद सबके सामने सामने आया तो डोनाल्ड ट्रंप की इलेक्शन कैंपेन टीम के प्रवक्ता ने किसी भी प्रकार की हाथापाई की घटना से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा की जरूरत पड़ी तो हम इस घटना का फुटेज भी बिना झिझक के जारी करने के लिए तैयार है.
सिमेट्री अधिकारी को कहा ये योग्य नहीं
डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेन टीम के प्रवक्ता का कहना था कि सिमेट्री परिसर में प्राइवेट कैमरा लेकर जाना और फोटोग्राफर लेकर जाने की मंजूरी है, लेकिन सिमेट्री अधिकारी शायद किसी मानसिक ट्रॉमा से जूझ रहे हैं. यही वजह है कि उन्होंने टीम के सदस्यों को रोकने की कोशिश की. उन्होंने यह तक कह दिया कि अधिकारी नेशनल सिमेट्री का प्रतिनिधित्व करने में योग्य नहीं है.
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