US Religion Freedom Report: अमेरिकी विदेश विभाग ने सोमवार (15 मई) को अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि भारत में आमतौर पर खुलेआम धार्मिक समुदायों को निशाना बनाया जाता है. वॉशिंगटन में एक कार्यक्रम में विदेश विभाग की तरफ से साल 2022 की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट जारी की गई. 


अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट 2022 को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जारी किया. ब्लिंकन ने अपने भाषण में भारत का जिक्र तो नहीं किया, लेकिन मीडिया ब्रीफिंग में भारत में रहने वालों अल्पसंख्यकों की स्थिति पर असामान्य रूप से टिप्पणियां की गई थीं.


दुनिया के कई सरकारों ने बनाया निशाना


कार्यक्रम के दौरान रशद हुसैन नाम के अधिकारी ने कहा कि हमारी रिपोर्ट में ईसाई, मुस्लिम, सिख, हिंदू दलित और स्वदेशी सहित धार्मिक समुदायों पर हो रहे लगातार हमले शामिल हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया के कई सरकारों ने अपने देश में धार्मिक समुदाय को खुले तौर पर निशाना बनाया है. धार्मिक पोशाकों पर प्रतिबंध भी लगाए जा रहे हैं, जो सही नहीं हैं.






कार्यक्रम में विशेष राजदूत की हैसियत से आमंत्रित किए गए हुसैन ने रूस, चीन और अफगानिस्तान का भी जिक्र किया, जहां धार्मिक समुदाय को निशाना बनाया जाता है. इसी बीच भारत पर बात करते हुए कहा कि भारत के हरिद्वार में धार्मिक नेताओं ने मुस्लिमों के खिलाफ नफरती भाषण का इस्तेमाल किया है. इसकी राजदूत ने निंदा की.


अल्पसंख्यकों के खिलाफ हुई हिंसा का जिक्र


अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट के दस्तावेजों में भारत के कई राज्यों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हुई हिंसा का जिक्र किया गया. इसमें उन्होंने कहा कि गुजरात में सादी वर्दी में पुलिसवालों ने अक्टूबर में हिंदुओं को घायल करने के आरोप में चार मुसलमानों को पीटा. मुसलमानों के घरों और दुकानों पर बुलडोजर चलाने वाले मामले को शामिल किया. इसके अलावा RSS प्रमुख का मुसलमान समुदाय के वरिष्ठ लोगों के साथ हुए मुलाकात को भी रिपोर्ट में शामिल किया.


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