भारतीय कंपनी फ्लिपकार्ट को खरीदने की तैयारी में है अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट, अंतिम चरण में पहुंचा सौदा
बिज़नेस चैनल ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्लिपकार्ट ऑनलाइन सर्विसेज़ ने अपनी करीब 75% हिस्सेदारी वॉलमार्ट की लीडरशिप वाले ग्रुप को 15 अरब डॉलर में बेचने के समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं.
नयी दिल्ली: रिटेल सेक्टर की दिग्गज अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने भारत की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को खरीदने की जो योजना बनाई है वो अपने अंतिम चरण में है. इस बेहद महत्वकांक्षी योजना के 12 अरब डॉलर में होने की संभावना है. अधिग्रहण से जुड़े सौदे की बातचीत अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है. सूत्रों का कहना है कि इसकी आधिकारिक घोषणा अगले कुछ दिनों में की जा सकती है.
इस घटनाक्रम से जुड़े एक करीबी सूत्र ने कहा कि वॉलमार्ट भारतीय कंपनी में 72-73% हिस्सेदारी खरीद सकती है. वहीं ये भी बताया गया कि सौदे को अंतिम रूप दिया जा चुका है. इस पर दोनों कंपनियों के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स से अनुमति ली जाएगी. सूत्र ने अपनी पहचान जाहिर किए जाने से मना कर दिया क्योंकि अभी बातचीत जारी है और यह गोपनीय है.
बिज़नेस चैनल ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्लिपकार्ट ऑनलाइन सर्विसेज़ ने अपनी करीब 75% हिस्सेदारी वॉलमार्ट की लीडरशिप वाले ग्रुप को 15 अरब डॉलर में बेचने के समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं.
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रोचक बात ये है कि अगर ये डील होती है तो दुनिया के तीन दिग्गज रिलेटर भारतीय बाज़ार में एक-दूसरे के ख़िलाफ जंग लड़ रहे होंगे. आपको बता दें कि अमेरिकी कंपनी अमेज़न के अलावा चीनी कंपनी अलिबाबा पहले से इस सेक्टर में भारत में बिज़नेस कर रहे हैं. ऐसे में अगर वॉलमार्ट जैसी एक और अमेरिकी कंपनी फ्लिपकार्ट का बड़ा हिस्सा ख़रीद लेती है तो देखना रोचका होगा कि ग्राहकों के लिए इसमें क्या होता है.
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वॉलमार्ट की एक कमज़ोरी ये रही है कि वो अपने पैर अमेरिका के बाहर नहीं पसार पाया है. ऐसे में भारत जैसे दुनिया के सबसे बड़े ई-कॉमर्स मार्केट में फ्लिपकार्ट को ख़रीदना इस क्षेत्र में कंपनी की उड़ान को पंख देने वाला साबित हो सकता है. बाज़ार से जुड़े विश्लेषकों का कहना है कि अमेज़न को कड़ी टक्कर देने के लिए वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट के प्रोडक्ट्स से सर्विसेज़ तक को अमेरिकी रंग में रंग सकता है.
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