Rover Mars Mission: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मार्स एक्सप्लोरर ने अपनी ओर से जमा किए गए चट्टान के नमूनों को ग्रह की सतह पर गिराना शुरू कर दिया है. नासा आगे आने वाले समय में नमूनों को दोबारा हासिल करने और उन्हें धरती पर वापस लाने के लिए एक अलग अंतरिक्ष यान भेजा जाएगा.  रोवर साल 2021 फरवरी में मंगल ग्रह पर उतारा गया था. यह सितंबर 2021 से मंगल के जेज़ेरो क्रेटर क्षेत्र में चट्टान, मिट्टी और वायुमंडलीय सैंपल को कलेक्ट कर रहा है. 


नासा के अधिकारियों ने कहा कि धरती पर सैंपलों का अध्ययन वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण होगा कि मंगल ग्रह पर कभी जीवन था या नहीं. नासा ने कहा कि पर्सीवरेंस ने 18 अलग-अलग सैंपल कलेक्ट किए हैं. अंतरिक्ष एजेंसी 2028 के मंगल मिशन के दौरान जमा किए गए सामानों को लाने का प्लान बना रही है.


जीवन से जुड़े सबूत खोजने के लिए भेजा है


प्लैनेट मार्स पर जीवन से जुड़े सबूत खोजने के लिए नासा ने पर्सीवरेंस रोवर को भेजा था. जीवन से जुड़े सबूत को खोजने के लिए सैंपलिंग का काम लगभग पूरा हो गया है. ये एक संयुक्त मिशन है, जो यूरोपियन स्पेस एजेंसी के साथ मिलकर किया जा रहा है. इसे मार्स पर छोटे से रॉकेट के मदद से भेजा गया है. ये सारे सैंपल धरती पर वापस भेजी जाएगी. अगर सारी चीजें सही तरीके से होती है तो साल 2033 में धरती पर सैंपल को लाया जा सकेगा.




सैंपल को स्टोरेज एरिया में रखा जाता है


मार्स से लिए गए सैंपल को रोवर के अंदर एक स्टोरेज एरिया में रखा जाता है. प्लैनेट मार्स पर गंभीर परिस्थितियों से बचाने के लिए उन्हें एयर-टाइट टाइटेनियम ट्यूब के अंदर रखा जाता है. मिशन पूरा होने तक उनमें से अधिकांश को एक कंटेनर के अंदर रखा जाएगा. लेकिन नासा ने उनमें से 10  सैंपल को प्लेनेट के जमीन पर गिराने का फैसला किया, अगर रोवर के अंदर रखे गए लोगों के साथ कुछ गलत हो जाता है.


नासा पहले ही कहा चुका है कि जमीन की सतह पर गिराए गए ट्यूबों को हेलीकॉप्टर जैसे वाहन के मदद से उठाया जा सकता है और धरती पर लाने के लिए रॉकेट तक पहुंचाया जा सकता है. अंतरिक्ष एजेंसी पहले ही दिखा चुका है कि उसका Ingenuity हेलीकॉप्टर प्लेनेट पर सफलतापूर्वक काम कर सकता है.


ये भी पढ़ें:Cough Syrup Death: इंडियन कफ सिरफ से उज्बेकिस्तान में मौतों का दावा, भारत सरकार ने मांगी रिपोर्ट, जानें क्या कहा