US Lloyd Austin Visit India: अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन आएंगे भारत, जून में होगा दौरा
US secretary of Defence: अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने जनवरी 2021 में कार्यभार संभाला था. इसके बाद से उनकी ये दूसरी यात्रा होगी. इंडो-पैसिफिक की उनकी सातवीं यात्रा होगी.
US Lloyd Austin Visit India: अमेरिका के रक्षा विभाग में इंडियन-पेसिफिक सिक्योरिटी मामलों के सहायक सचिव एली रैटनर (Ely Ratner) ने बताया है कि US के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) जून की शुरुआत में भारत का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा कि वो भारत में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर चर्चा करेंगे. भारत और अमेरिका अब पहले से कहीं अधिक राजनीतिक रूप से जुड़े हुए हैं.
एली रैटनर ने कहा कि अमेरिकी सिस्टम के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व से साफ दिखता है कि भारत के साथ अमेरिका की रक्षा संबंध सर्वोच्च प्राथमिकता थी. उन्होंने 22 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की यात्रा के दौरान प्रमुख घोषणाओं का संकेत दिया. भारत की स्वदेशी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए सिक्योरिटी सिस्टम के सह-उत्पादन और सह-विकास के लिए साफ तौर पर समर्थन व्यक्त किया.
चौथे अमेरिकी कैबिनेट स्तर के सचिव का दौरा
US के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने जनवरी 2021 में कार्यभार संभाला था. इसके बाद से उनकी ये दूसरी यात्रा होगी. वहीं इंडो-पैसिफिक की उनकी सातवीं यात्रा होगी. अभी फिलहाल लॉयड ऑस्टिन टोक्यो और सिंगापुर की यात्रा करेंगे, जहां वो शांग्रीला संवाद को संबोधित करेंगे. इसके बाद वो 4 जून को दिल्ली आएंगे. US के रक्षा सचिव की यात्रा पीएम मोदी के अमेरिकी राजकीय यात्रा के पहले हो रही है.
इस यात्रा के दौरान रक्षा सहयोग के मुद्दों को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा. ऑस्टिन इस साल भारत आने वाले चौथे अमेरिकी कैबिनेट स्तर के सचिव हैं. इससे पहले फरवरी और मार्च के महीने में राज्य सचिव एंटनी जे ब्लिंकन, ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन और वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो ने भारत का दौरा किया था.
भारत की प्रमुख रक्षा साझेदारी रहेगी
वाशिंगटन डीसी के एक प्रमुख थिंक टैंक सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (CSIS) में बोलते हुए रैटनर ने कहा कि ऑस्टिन की यात्रा अमेरिका के निर्माण, गहनता, मॉर्डनाइजेशन और भविष्य में आगे बढ़ने के मद्देनजर जरूरी है और इसमें भारत की प्रमुख रक्षा साझेदारी रहेगी.
उन्होंने इस जनवरी में महत्वपूर्ण और उभरती टेक्नोलॉजी (ICT) पर पहल का उल्लेख किया, जिसमें सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी एक प्रमुख कारण है. पेंटागन के शीर्ष अधिकारियों के साथ बाइलेटरल बातचीत के लिए भारतीय रक्षा सचिव की हालिया यात्रा, ऑस्टिन की आगामी यात्रा और पीएम मोदी की यात्रा महत्वपूर्ण साबित होगी.
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