नई दिल्ली: अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन कुछ घंटों बाद भारत आ रहे हैं. वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे. इस दौरे से पहले टिलरसन ने पाकिस्तान और चीन को कड़ा संदेश भी दिया है.


अमेरिकी विदेश मंत्री ने जिस तरह से भारत की तारीफ की है वो कई इशारे करता है. अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, ''पाकिस्तान को इस बात पर खास ध्यान देने की जरूरत है कि कई आतंकी संगठनों को पाकिस्तान में सुरक्षित पनाह मिली हुई है.''


चीन को भी कड़ा संदेश 
रेक्स टिलरसन ने चीन को भी कड़ा संदेश दिया है. टिलरसन ने कहा, ''दक्षिण चीन सागर में चीन की उकसाने वाली कार्रवाई उन अंतरराष्ट्रीय कानूनों और नियमों को चुनौती देती है जिन्हें अमेरिका और भारत मानते आए हैं.''


भारत आने से पहले अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने जिस तरह से पाकिस्तान और चीन की घेराबंदी की है उससे साफ है कि अमेरिका अब अपनी दक्षिण एशिया नीति भारत को केंद्र में रखकर बना रहा है.


पहली बार दक्षिण एशिया की यात्रा पर आ रहे अमेरिकी विदेश मंत्री टिलरसन पहले अफगानिस्तान और फिर पाकिस्तान गए. टिलरसन ने साफ शब्दों में पाकिस्तान को ये चेतावनी दी कि वो अपनी जमीन पर आतंकी संगठनों को पालना बंद करे.


उन्होंने कहा, ''हमने पाकिस्तान से कहा है कि वो ऐसे कदम उठाए जिससे वहां तालीबान और दूसरे आतंकी संगठनों को मिलने वाला समर्थन बंद हो, पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते ऐसी शर्तों के पूरा होने पर ही निर्भर करेंगे.''


ट्रंप राष्ट्रपति बनते ही पाक के बुरे दिन शुरू
अमेरिका एक लंबे वक्त तक दक्षिण एशिया में पाकिस्तान को तरजीह देता रहा है लेकिन डॉनल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से पाकिस्तान के बुरे दिन शुरू हो गए हैं. न सिर्फ पाकिस्तान को अमेरिका से मिलने वाली आर्थिक मदद कम हो गई है बल्कि पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों पर कार्रवाई का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है, यही नहीं पाकिस्तान के दोस्त माने जाने वाले चीन को लेकर भी अमेरिका का रवैया सख्त है.


हर तरफ से अलग थलग पड़ रहा पाकिस्तान
माना जा रहा है कि अमेरिकी विदेश मंत्री बुधवार को अपनी भारत यात्रा के दौरान अफगानिस्तान में शांति बहाल करने में भारत की बड़ी भूमिका पर बात कर सकते हैं. इससे पहले एक दिन की भारत यात्रा पर आए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात कर दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग पर बात की. यानी पाकिस्तान अब हर तरफ से अलग थलग होता जा रहा है.