America Slams China over Uyghurs: चीन में उइगर मुसलमानों (Uyghurs Muslims) पर किए जाने वाले अत्याचारों पर आधारित संयुक्त राष्ट्र (UN) की रिपोर्ट उजागर होने के बाद दुनियाभर में शी जिनपिंग (Xi Jinping) सरकार की आलोचना हो रही है. अब अमेरिका (America) की तीखी प्रतिक्रिया भी सामने आई है. अमेरिका ने कहा है कि चीन को इस बारे में जरूर जबाहदेह ठहराया जाएगा. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने दो टूक कहा, ''यूएन की रिपोर्ट के बाद उइगर 'नरसंहार' पर चीन को जरूर जिम्मेदार ठहराया जाएगा.''
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को चीन से यूएन की एक रिपोर्ट की सिफारिशों का पालन करने के लिए कहा था, जिसमें शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यकों को यातना देने और उन्हें जबरन श्रम में ढकेलने के आरोप लगाए गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी मानवाधिकारों का हवाला देते हुए चीन में उइगर मुस्लिमों की हालत पर चिंता जताते रहे हैं.
एंटनी ब्लिंकन ने यह कहा
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, अमेरिका उस अहम रिपोर्ट का स्वागत करता है, जिसे संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचलेट ने कार्यालय छोड़ने के कुछ मिनट पहले जारी किया गया था, जिनकी हाल ही में चीन की यात्रा के लिए वाशिंगटन द्वारा कड़ी आलोचना की गई. यूएन की यह रिपोर्ट चीन में चल रहे नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराधों के बारे में अमेरिका की गंभीर चिंता को गहरा करती है और पुष्टि करती है कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना सरकार के अधिकारी उइगरों के खिलाफ अपराध कर रहे हैं.
ब्लिंकन ने आगे कहा कि अमेरिका चीन को जिम्मेदार ठहराना जारी रखेगा और उससे मांग करता है कि वह अन्यायपूर्ण तरीके से हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करे, लापता लोगों का हिसाब दे और स्वतंत्र जांचकर्ताओं को शिनजियांग, तिब्बत और पूरे चीन में पूरी तरह से बेरोकटोक पहुंच की अनुमति दे.
यूएन की रिपोर्ट में किए गए ये दावे
बता दें कि चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर और अन्य अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचारों के बारे में संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था, जिसे जेनेवा ने गुरुवार को जारी कर दिया. इसमें उइगरों की हालत पर चीन की आलोचना करते हुए उसे मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी ठहराया गया है.
यूएन ह्यूमन राइट्स कमिश्नर मिशेल बाचेलेट के चार साल का कार्यकाल खत्म होने से ठीक पहले इस रिपोर्ट को उजागर किया गया है. रिपोर्ट के जरिये चीन पर आरोप लगाया गया है कि उसने करीब 10 लाख उइगर मुस्लिमों को कई सालों तक शिनजियांग में बंधक बनाकर रखा. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ यौन और लिंग आधारित हिंसा अपराध किए गए, साथ ही उइगरों को हिरासत में रखकर यातनाएं दी गईं और उनकी जबरन नसबंदी की गई.
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