अमेरिका में जो बाइडेन प्रशासन में नए रक्षा मंत्री पूर्व आर्मी जनरल लॉयड एस्टीन होंगे. यूएस सीनेट ने शुक्रवार को इस खबर की पुष्टि की है. वह ऐसे पहले अश्वेत है जिन्हें अमेरिकी इतिहास में ये अहम पद दिया गया है. इससे पहले, लॉयड एस्टीन ने  कहा था कि बाइडन प्रशासन का लक्ष्य भारत के साथ अमेरिका की सैन्य साझेदारी को और मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि भारत विरोधी आतंकी समूहों (जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा) पर पाकिस्तान द्वारा की गई कार्रवाई अधूरी है.


सीनेट ने लॉयड जे. 41 वर्षों के अपने कॅरियर में सेना के बड़े पदों पर रहे और नस्लवादी बाधाओं को पार करते हुए यहां तक पहुंचे हैं. सीनेट ने 93-2 वोट के माध्यम से उनके नाम की पुष्टि की और राष्ट्रपति जो बाइडन के कैबिनेट में दूसरे मंत्री नियुक्त हुए हैं. इससे पूर्व अवरील हेन्स को बुधवार को राष्ट्रीय खुफिया का निदेशक नियुक्त किया गया था. बाइडन को आगामी दिनों में राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के लिए अन्य सदस्यों के नाम की मंजूरी मिलने की उम्मीद है, जिसमें विदेश मंत्री के तौर पर एंटनी ब्लींकेन का नाम भी शामिल है.




ऑस्टिन ने कहा कि वे क्वाड सिक्योरिटी डायलॉग और अन्य क्षेत्रीय बैठकों के माध्यम से भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत और व्यापक बनाने की भी कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि उनको लगता है कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया के समर्थन में अमेरिकी अनुरोधों को पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं. साथ ही उसने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे भारतीय विरोधी आतंकी समूहों के खिलाफ भी कार्रवाई की है, लेकिन यह प्रगति अधूरी है.


ऑस्टिन ने कहा कि सुरक्षा सहायता निलंबन के अलावा कई कारक पाकिस्तान के सहयोग को प्रभावित कर सकते हैं, जिसमें अफगानिस्तान वार्ता जैसी चीजें भी शामिल हैं.