China News: चीन इन दिनों बहुत ज्यादा परेशान है. हाल ही में अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के राष्ट्रध्यक्षों ने मुलाकात की. वैसे तो तीनों देश अलग-अलग मंचों पर मिलते रहते हैं. लेकिन इस बार तीनों देशों की मुलाकात एक त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन के तौर पर हुई. दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के बीच हुई बैठक में चीन से निपटने पर बात हुई है. 


इस मुलाकात को काफी महत्वपूर्ण करार दिया गया है. इसकी प्रमुख वजह ये है कि जापान और दक्षिण कोरिया के रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं. इसमें दोनों का इतिहास भी शामिल है. एक वक्त कोरियाई प्रायद्वीप पर जापान का कब्जा था. इस दौरान कोरियाई लोगों को तरह-तरह की यातनाएं दी गईं. फिर जब दक्षिण कोरिया एक आजाद मुल्क बना, तो भी जापान के साथ उसके रिश्ते तल्ख रहे हैं. लेकिन चीन के मुद्दे पर दोनों देश साथ ही रहे हैं. 


चीन संग दक्षिण कोरिया-जापान के रिश्ते कैसे हैं? 


जापान और चीन के बीच दक्षिण चीन सागर में कई द्वीपों को लेकर विवाद है. चीन की नौसेना की सैन्य गतिविधियों से जापान हमेशा ही परेशान रहा है. ऊपर से चीन की तरफ से उत्तर कोरिया को मिसाइल तैयार करने के लिए मदद भी मिलती है. इन मिसाइलों को जापान की ओर ही आए दिन दागा जाता रहा है. दक्षिण कोरिया भी कहीं न कहीं चीन की इन्हीं हरकतों से परेशान है. चीन ने कई बार दक्षिण कोरिया को डराने का काम भी किया है. कुल मिलाकर दोनों देशों के रिश्ते चीन के साथ बिल्कुल भी अच्छे नहीं हैं. 


चीन अब क्यों हुआ परेशान? 


अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान तीनों देशों ने कहा है कि वो चीन के विस्तारवादी रवैये को चुनौती देंगे. हर साल त्रिपक्षीय सैन्य अभ्यास किया जाएगा. बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस पर काम हौगा और हिंद-प्रशांत को लेकर एक-दूसरे से लगातार जानकारियां साझी की जाएंगी. चीन के लिए सबसे बड़ी चिंता अब ये हो गई है कि उसकी हर हरकत पर ना सिर्फ नजर रखी जाएगी, बल्कि जवाबी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर भी चीन परेशान है. 


2017 में अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने 'टर्मिनल हाई एल्टिट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD)' मिसाइल डिफेंस सिस्टम को तैयार करने का प्लान किया. मगर चीन ने नाराज होकर दक्षिण कोरिया पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए. चीन ने दक्षिण कोरिया में ग्रुप टूर पर प्रतिबंध लगा दिया और चीन में के-पॉप म्यूजिक कॉन्सर्ट और के-ड्रामा की ब्रॉडकास्टिंग पर रोक लगा दी. इससे दक्षिण कोरिया को 24 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. हालांकि, अब फिर से दक्षिण कोरिया मिसाइल डिफेंस सिस्टम लगाने वाला है.  


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