US-South Korea Military Excercise: अमेरिका (America) और साउथ कोरिया (South Korea) के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है. इसी बीच नॉर्थ कोरिया (North Korea) की सरकारी न्यूज मीडिया एजेंसी केसीएनए ने गुरुवार (6 अप्रैल) को कहा कि अमेरिका (America) और साउथ कोरिया (South Korea) अपने सैन्य अभ्यास के जरिए परमाणु युद्ध के संकेत दे रहे हैं. नॉर्थ कोरिया ने दोनों देशों पर तनाव बढ़ाने का भी आरोप लगाया. इस पर नॉर्थ कोरिया ने आक्रामक कार्रवाई के साथ जवाब देने की भी कसम खाई.
सरकारी न्यूज मीडिया एजेंसी केसीएनए ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विश्लेषक चो जू ह्योन का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिका और साउथ कोरिया के सैन्य अभ्यास की आलोचना की. डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (DPRK) के खिलाफ अमेरिका और उसके सहयोगी देश कोरियाई प्रायद्वीप को तबाही की ओर ले जा रहे है. ये सीधे तौर पर परमाणु युद्ध (Nuclear War) के कगार पर लेकर जा रहा है.
परमाणु युद्ध के काले बादल
डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (DPRK) के चो जू ह्योन ने कहा, अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उम्मीद है कि कोरियाई प्रायद्वीप पर मंडरा रहे परमाणु युद्ध के काले बादल जल्द से जल्द हट जाएं. अमेरिकी और साउथ कोरियाई सेना साल 2018 के बाद स्प्रिंगटाइम अभ्यासों की एक सीरीज आयोजित कर रही है. इस बार के सैन्य अभ्यास में अमेरिकी विमान वाहक पोत बी-1 बी और बी-52 बमवर्षक शामिल हैं और पांच सालों में उनका पहला बड़े पैमाने पर एम्फिबीअस लैंडिंग अभ्यास शामिल है. नॉर्थ कोरिया ने युद्धाभ्यास पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसे आक्रमण का पूर्वाभ्यास बताया है.
नॉर्थ कोरिया ने बताया विस्फोटक
आपको बता दें अमेरिका और साउथ कोरिया के बीच चल रहे युद्धाभ्यास के दौरान भी नॉर्थ कोरिया ने कई बार न्यूक्लियर मिसाइलों का परीक्षण भी किया है. पिछले महीने, इसने एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया, जो अमेरिका में कहीं भी हमला करने में सक्षम थी. इससे संबद्ध अभ्यासों की प्रतिक्रिया बताया. वहीं नॉर्थ कोरिया ने कहा कि इस तरह के अभ्यास ने कोरियाई प्रायद्वीप को एक विस्फोटक पाउडर में बदल दिया है, जो कभी भी विस्फोट कर सकता है.