Covid-19: कोरोना महामारी को लेकर बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक से पहले अमेरिका उठाएगा ये कदम
US Covid-19: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अगले हफ्ते से 2022 के बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक से पहले चीन के लिए कोई व्यावसायिक उड़ान नहीं होने की संभावना है.
US Commercial Flights: दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस बीच अमेरिका ने चीन के लिए उड़ानों को फिलहाल बंद करने का फैसला लिया है. अमेरिका 19 जनवरी से चीन के लिए सभी कमर्शियल उड़ानों (Commercial Flights) पर प्रतिबंध लगाएगा. बीजिंग 2022 विंटर ओलंपिक (Beijing Winter Olympics) से पहले कोरोनोवायरस संक्रमण के प्रसार को कम करने के लिए कोशिशें की जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अगले हफ्ते से बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक से पहले चीन के लिए कोई व्यावसायिक उड़ान नहीं होने की संभावना है.
चीन के लिए अमेरिकी उड़ानें फिलहाल बंद होगी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फ्लाइट शेड्यूल के अनुसार 19 जनवरी से शुरू होकर कम से कम अगले दो सप्ताह तक अमेरिका से चीन के लिए सभी उड़ानें या तो रद्द कर दी गई हैं या चीनी विमानन नियमों के कारण निलंबित होने की संभावना है. महामारी के भीषण प्रकोप को देखते हुए 24 दिसंबर से 12 जनवरी तक चीन के लिए प्रस्थान करने वाली 9,356 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में से एक तिहाई से अधिक पहले को ही रद्द कर दिया गया था.
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क्या है 'सर्किट ब्रेकर' नियम?
पिछले साल जून के बाद से चीन के नागरिक उड्डयन प्रशासन (China Civil Aviation Administration ) ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एक कथित तौर से "सर्किट-ब्रेकर" (Circuit Breaker) नियम लागू किया है. इस नियम के मुताबिक अगर 5 या अधिक यात्री चीन में पहुंचने पर कोविड-पॉजिटिव पाए जाते हैं तो उड़ान स्वचालित रूप से दो हफ्ते के लिए निलंबित कर दी जाती है. वही अगर 10 या उससे अधिक यात्री कोविड पॉजिटिव पाए जाते हैं तो उड़ान निलंबन की अवधि बढ़ जाती है.
चीन ने अपने "सर्किट-ब्रेकर" नियमों का इस्तेमाल महामारी के सीमा पार प्रसार के जोखिम को कम करने के लिए अहम कदम के रूप में किया है. चीनी विदेश मंत्रालय के मुताबिक ये नियम चीनी और विदेशी दोनों एयरलाइंस पर समान रूप से लागू होते हैं. बता दें कि चीन ने मार्च 2020 में बड़े पैमाने पर अपनी सीमाओं को सील कर दिया था और अपनी जीरो कोविड नीति पर कायम रहा. चीन से आने-जाने वाली उड़ानें- अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हवाई यात्रा नेटवर्क है.