US Travel Rules: अमेरिका ने अपने यहां आने वाले दूसरे देशों के लोगों के लिए नए नियम जारी कर दिए हैं. भारत के लिहाज से देखें तो इन नए नियमों से भारतीय कोवैक्सीन लगवाने वालों को अमेरिका में एंट्री नहीं मिलेगी. मार्च 2020 में भारत समेत 33 देशों के नागरिकों पर कोरोना के डर से अमेरिका ने पाबंदियां लगाई थीं.


कुछ कोरोना के घटते केस और कुछ दुनिया में बढ़ते वैक्सीनेशन की वजह से अमेरिका के मन में खौफ कुछ कम हो गया है. बाइडन ने नए कानून पर दस्तखत कर दिए हैं जिसके तहत वैक्सीन के दोनों डोज लिए अमेरिकी यात्रियों को तीन दिन पहले की नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखानी होगी. वैक्सीन ना लगवाने वालों को 24 घंटे पहले की नेगेटिव जांच रिपोर्ट दिखानी होगी. यात्रा के लिए विदेशी नागरिकों को दोनों डोज का सर्टिफिकेट दिखाना होगा. सिर्फ विशेष परिस्थितियों में इससे छूट दी जाएगी.


अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्रिंस ने कहा- 8 नवंबर से, विदेश से अमेरिका आने वाले विदेशी यात्रियों को प्लने में चढ़ने से पहले टीकाकरण का सबूत यह नीति सार्वजनिक स्वास्थ्य को सबसे पहले रखती है. भारत के लिए ये फायदे की बात इसलिए है क्योंकि भारत उन 33 देशों में शामिल था जिन्हे कोरोना प्रभावित मान कर उसके यात्रियों का अमेरिका आना सीमित कर दिया गया था. अब तक अमेरिका ने देशों के आधार पर प्रतिबंध लगाया था अब नियमों का आधार वैक्सीन कर दिया गया है.


चीन तीन साल से अधिक उम्र के बच्चों का शुरू करेगा टीकाकरण


चीन में अब तीन साल से अधिक उम्र के बच्चों को कोविड-19 के टीके लगाए जाएंगे. चीन में करीब 76 प्रतिशत आबादी का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है और सरकार कोविड के बढ़ते मामलों पर काबू के लिए विभिन्न सख्त कदम उठा रही है. हाल के दिनों में कम से कम पांच प्रांतों में स्थानीय और प्रांतीय स्तर की सरकारों ने नोटिस जारी कर घोषणा की थी कि तीन से 11 वर्ष तक के बच्चों को टीके लगाने की आवश्यकता होगी.

चीन में टीकाकरण अभियान का दायरा ऐसे समय बढ़ाया जा रहा है जब देश के कुछ हिस्सों में नए मामलों ​​​​पर काबू के लिए प्रतिबंध लगाए गए हैं. काफी हद तक पर्यटन पर निर्भर उत्तर-पश्चिमी प्रांत गांसू ने कोविड के मामले मिलने के बाद सोमवार को सभी पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया. आंतरिक मंगोलिया के कुछ हिस्सों में लोगों को कोरोना के प्रकोप के कारण घरों में ही रहने का आदेश दिया गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि पिछले 24 घंटों में स्थानीय संक्रमण के 35 नए मामलों का पता चला है जिनमें से चार गांसू से हैं. अन्य 19 मामले मंगोलिया के आंतरिक हिस्सों में मिले हैं.

चीन ने 1.4 अरब की आबादी में 1.07 अरब लोगों का पूर्ण टीकाकरण करते हुए स्थानीय संक्रमण के मामलों पर काबू पा लिया है. चीनी सरकार यात्रियों के माध्यम से अधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप के प्रसार और फरवरी में आयोजित बीजिंग ओलंपिक से पहले बड़े पैमाने पर टीकाकरण को लेकर चिंतित है. ओलंपिक खेलों के दौरान आने विदेशी दर्शकों पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके साथ ही भाग लेने वाले खिलाड़ियों को भी बाहर के लोगों से अलग रहना होगा.


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