अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने की एक मई की समय सीमा को बढ़ाकर 11 सितंबर करने का फैसला किया है, जो 9/11 हमले की 20वीं बरसी है. अमेरिकी अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. बाइडेन कई हफ्तों से इसके संकेत दे रहे थे कि वह उस समय सीमा को बढ़ा सकते हैं जो ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के साथ बातचीत कर के तय की थी.


यह स्पष्ट हो गया था कि ढाई हजार सैनिकों की वापसी एक मई तक करना कठिन होगा. घोषणा होने से पहले अमेरिकी अधिकारियों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बाइडेन के निर्णय की जानकारी दी थी. पहली बार यह खबर 'द वाशिंगटन पोस्ट' के हवाले से आई थी. इस बीच संयुक्त राष्ट्र से प्राप्त समाचार के अनुसार संयुक्त राष्ट्र, तुर्की और कतर इस महीने अफगानिस्तान और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच एक उच्च स्तरीय तथा समावेशी सम्मेलन आयोजित करने जा रहे हैं.


इस सम्मेलन का लक्ष्य न्यायपूर्ण और राजनीतिक समझौते की खातिर वर्तमान अफगान वार्ता में तेजी लाना है. संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को कहा कि तुर्की में 24 अप्रैल से चार मई तक ‘अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर इस्तांबुल सम्मेलन’ आयोजित किया जाएगा जिसमें अफगानिस्तान और तालिबान के प्रतिनिधि भाग लेंगे. संयुक्त राष्ट्र ने कहा, “सम्मेलन के सह आयोजक, संप्रभु, स्वतंत्र और एक अफगानिस्तान के लिए प्रतिबद्ध हैं.”


40 वैश्विक नेताओं को आमंत्रित करेंगे बाइडेन 


खबर है कि जल्द आयोजित होने वाले वैश्विक जलवायु चर्चा कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 40 वैश्विक नेताओं को आमंत्रित किया है. बताया जा रहा है कि बाइडन प्रशासन ने पहली वैश्विक जलवायु चर्चा के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को आमंत्रित किया है. कार्यक्रम का आयोजन 22 और 23 अप्रैल को किया जाएगा.


ये भी पढ़ें :-


अमेरिका ने की जॉनसन एंड जॉनसन के टीके पर अस्थायी रोक की सिफारिश, खून के थक्के जमने की आई है शिकायत