US Vice-President Election: दुनिया का सुपर पावर कहे जाने वाले देश अमेरिका में अगले महीने राष्ट्रपति पद के चुनाव होने वाले हैं. इसको लेकर देश की दो मुख्य रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ लगातार कैंपन चला रहे हैं. इसी के साथ उपराष्ट्रपति भी चुना जाएगा. इसी क्रम में बुधवार (2 अक्टूबर) को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार टिम वॉल्ज और जेडी वेंस के बीच डिबेट हुई. बता दें कि जेडी वेंस रिपब्लिकन और टिम वॉल्ज डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार घोषित किए गए हैं. दोनों के बीच 90 मिनट की डिबेट हुई, जिस दौरान उन्होंने देश के घरेलू मुद्दों के अलावा मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव को अपना पक्ष रखा.
इस वक्त मिडिल ईस्ट में ईरान और इजरायल के बीच जबरदस्त तनाव पैदा हो चुका है. ये टेंशन बीते साल हमास के खिलाफ शुरू हुए युद्ध से जारी है. हालांकि, अब ये गंभीर होता जा रहा है. इसी मुद्दे के इर्द-गिर्द ईरान के बढ़ते परमाणु शक्ति को लेकर डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार ने जोरदार बहस की. मौके पर टिम वॉल्ज ने डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों पर सवाल खड़े कर दिए और कहा कि उनकी वजह से ईरान परमाणु हथियार बनाने के करीब है. इस पर जेडी वेंस ने पलटवार करते हुए कहा कि ट्रंप की नीतियों की वजह से इस दुनिया में स्थिरता आई है.
क्या था ईरान परमाणु समझौता
आज से 9 साल पहले यानी 2015 में ईरान परमाणु समझौता (ज्वाइंट कंप्रिहेंसिव प्लान ऑफ़ एक्शन- JCPOA) साइन हुआ था. इसके मुताबिक ईरान को अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को सीमित करना था. इसके बदले उस पर सारे आर्थिक प्रतिबंधों में कुछ छूट दी गई थी. लेकिन साल 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने JCPOA समझौते से खुद को अलग कर लिया. इसके बाद खबर सामने आई की ईरान चोरी-छिपे परमाणु शक्ति को बढ़ाने में लगातार काम कर रहा है. इस बीच ईरान ने इजरायल पर हमला शुरू कर दिया है. इस वजह से ये चिंता जाहिर है कि कहीं ने ईरान परमाणु बम का इस्तेमाल करने की धमकी दे दे. जैसा की हाल के समय में रूस ने पश्चिमी देशों को दिया है.