नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने ऐसा कदम उठाया है जिससे अमेरिका में स्थाई नागरिकता यानी ग्रीन कार्ड पाने की प्रक्रिया मुश्किल हो सकती है. सरकार ने जिन नए नियमों की घोषणा उनके मुताबिक ग्रीन कार्ड के लिए उन लोगों के ऐप्लिकेशन स्वीकार नहीं किए जाएंगे जो कि अमेरिकी सरकार की सेवाओं पर निर्भर हो सकते हैं.


अमेरिका सरकार का मानना है कि देश के नागरिकों की हितों के लिए आप्रवासी लोगों का आत्मनिर्भर रहना बेहद जरूरी है. रिपोर्ट्स की मानें तो ट्रंप के इस कदम का प्रभाव कम कमाई करने वाले लोगों पर पड़ेगा. अमेरिकी सरकार द्वारा सोमवार को नए नियमों की घोषणा की गई.


नए नियमों की घोषणा के वक्त बताया गया, ''ग्रीन कार्ड के लिए अब उसकी फाइनेंसियल स्थिति, एजुकेशन, उम्र और इंग्लिश को आधार बनाकर फैसला किया जाएगा.'' अमेरिकी सरकार से ये सभी नए नियम इस साल 15 अक्टूबर से लागू होने जा रहे हैं.


इन लोगों पर पड़ सकता है असर


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वीजा बढ़ाने के लिए आवेदन करने वालों पर इस नियम का असर पड़ सकता है. हालांकि जिन लोगों को पहले से ग्रीन कार्ड मिल चुका है उन लोगों पर नए नियमों का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. शरणार्थी कैंपों में रहने वाले लोगों पर भी नए नियम लागू नहीं होंगे. एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में 2.2 करोड़ आप्रवासी हैं और इन लोगों पर नए नियमों का प्रभाव देखने को मिलेगा.


इन्होंने किया विरोध


ह्यूमन राइट्स के लिए काम करने वाले ग्रुप ने ट्रंप सरकार के इस कदम का विरोध किया है. उनका मानना है कि ट्रंप सरकार ने इस नियम के जरिए कम आय वाले आप्रवासियों को रोकने की कोशिश की है. वहीं ट्रंप योग्यता के आधार पर ग्रीन कार्ड मिलने के हिमायती रहे हैं.