वॉशिंगटन: कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मरीज इस वक्त दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में हैं. यहीं नहीं दुनिया में सबसे तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या भी अमेरिका में ही बढ़ रही है. रविवार को अमेरिका में 58 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए और 380 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. अमेरिका में पिछले दो महीनों की तुलना में अब दोगुना कोरोना मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ रही है, हालांकि मौत की संख्या लगभग आधी हो गई है. इन दिनों दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें हर दिन ब्राजील में हो रही हैं.


अमेरिका में अबतक 137,782 लोगों की मौत
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या सोमवार सुबह तक बढ़कर 34 लाख 13 हजार पार हो गई. कुल 1 लाख 37 हजार 782 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 15 लाख 17 हजार लोग ठीक भी हुए हैं, जो कुल संक्रमितों का 44 फीसदी है. 17 लाख 59 हजार लोगों का अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है, जो कुल संक्रमितों का 52 फीसदी है. अमेरिका में कुल 4 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है.


अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 427,638 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 32,403 लोग मारे गए हैं. इसके बाद कैलिफॉर्निया में 327,687 कोरोना मरीजों में से 7,051 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा न्यू जर्सी, टेक्सस, मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस, फ्लोरिडा भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.


अब तो ट्रंप ने भी समझा मास्क का महत्व!
आज पूरे विश्व में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में हैं. इसके बावजूद देश का मुखिया मास्क पहनने से इंकार करता रहा. यहां तक कि अमेरिका में कई सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और राजनेता बार-बार कहते रहे हैं कि कोरोना वायरस से फैली महामारी से बचने के लिए मास्क पहनना बहुत जरूरी है, यह किसी हथियार से कम नहीं है.


अब तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी मास्क पहनने के महत्व को समझा है. कई रिसर्च के अनुसार मास्क पहनने से कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है. एक शोध में बताया गया है कि अगर किसी कोरोना से संक्रमित व्यक्ति ने मास्क पहना हुआ है तो उस व्यक्ति से संक्रमण का खतरा कम हो जाता है. जाहिर है, मास्क पहनने से हम खुद को और दूसरे लोगों को भी कोरोना के संक्रमण से बचा सकते हैं. यदि मास्क पहने संक्रमित व्यक्ति के मुंह से संक्रमित चीजें निकलती हैं तो मात्र ढाई इंच तक ही फैल सकती हैं. ऐसे में अगर कोई एक मीटर की दूरी बनाकर खड़ा है तो उसे संक्रमण का खतरा न के बराबर होगा.


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