(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Coronavirus: अमेरिका में नहीं थम रहा कोरोना का कहर, 40 लाख के करीब हुए संक्रमण के मामले
अमेरिका में लगातार 15वें दिन 50 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले आए हैं. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द आवश्यक कदम नहीं उठाए गए तो देश में जल्द ही एक दिन में एक लाख से ज्यादा मामले आ सकते हैं.
वॉशिंगटन: दुनिया में कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा तबाही अमेरिका में मचाई है. दुनिया में सबसे तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या अमेरिका में ही बढ़ रही है. यहां अबतक कोरोना से एक लाख 43 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार को अमेरिका में 62 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए और 537 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. अमेरिका में पिछले दो महीनों की तुलना में अब दोगुना कोरोना मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ रही है. इन दिनों दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें हर दिन ब्राजील में हो रही हैं.
अमेरिका में अबतक 143,826 लोगों की मौत वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या मंगलवार सुबह तक बढ़कर 39 लाख 61 हजार पार हो गई. कुल 1 लाख 43 हजार 826 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 18 लाख लोग ठीक भी हुए हैं, जो कुल संक्रमितों का 44 फीसदी है. 19 लाख 67 हजार लोगों का अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है, जो कुल संक्रमितों का 52 फीसदी है. अमेरिका में कुल 4 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है.
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 434,871 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 32,584 लोग मारे गए हैं. इसके बाद कैलिफॉर्निया में 399,898 कोरोना मरीजों में से 7,769 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा न्यू जर्सी, टेक्सस, मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस, फ्लोरिडा भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
कोराना वैक्सीन को लेकर मानव ट्रायल में मिली सफलता कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच पूरी दुनिया में इस वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन की खोज की जा रही है. अब इसमें ब्रिटेन को बड़ी कामयाबी मिली है. ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी ने जिस वैक्सीन को तैयार किया है वह सकारात्मक साबित हुआ है. दरअसल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने जो वैक्सीन ट्रायल किया है वह सुरक्षित साबित हुआ है और उससे इम्यून सिस्टम बेहतर होने के संकेत मिले हैं. इसका डेटा जल्द ही प्रकाशित होगा.
ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी ने वैक्सीन को 1,077 लोगों पर ट्राई किया. इन लोगों पर हुए प्रयोग में यह बात सामने आयी है कि वैक्सीन के इंजेक्शन से इन लोगों के शरीर में एंटीबॉडी का निर्माण हुआ है. ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी की यह सफलता काफी उम्मीद जगाती है. लांसेट’ नामक पत्रिका में सोमवार को प्रकाशित शोध में, वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने पाया कि उनके प्रायोगिक कोविड-19 टीके ने 18 से 55 वर्ष की आयु के लोगों में दोहरी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न की है.
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