(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 791 मौतें, 27 हजार नए केस, अबतक 21 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित
अमेरिका में हर दिन करीब हजार लोगों की मौत हो रही है. लेकिन अमेरिका से ज्यादा मौतें हर दिन अब ब्राजील में हो रही हैं.
वॉशिंगटन: दुनियाभर में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित मुल्क अमेरिका है. लेकिन अब यहां कोरोना मामले बढ़ने की रफ्तार पहले से कम हो गई है. हालांकि अभी भी महामारी लगातार भयावह रूप लेती जा रही है. शुक्रवार को 26,971 नए मामले सामने आए और 791 लोगों की मौत हो गई. वहीं कुल 21 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.
अमेरिका में अबतक 116,825 लोगों की मौत वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या शनिवार सुबह तक बढ़कर 21 लाख 16 हजार पार हो गई. वहीं कुल 1 लाख 16 हजार 825 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 8 लाख 39 हजार लोग ठीक भी हुए हैं. 11 लाख 60 हजार लोगों का अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है. अमेरिका में कुल 6 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 39 फीसदी लोग इस बीमारी ठीक हो चुके हैं.
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 402,914 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 30,824 लोग मारे गए हैं. इसके बाद न्यू जर्सी में 168,846 कोरोना मरीजों में से 12,601 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस, फ्लोरिडा भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
कोरोना के खिलाफ नया कॉकटेल दवा का मानव पर प्रयोग शुरू अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार एक अमेरिकी दवा कंपनी ने कहा कि कई क्षेत्रों में कोविड-19 के खिलाफ एक नया कॉकटेल दवा का प्रयोग किया जा रहा है. यह पहली बार है कि अमेरिका में मानव पर इस दवा का प्रयोग किया गया. इस दवा कंपनी को आशा है कि अगर प्रयोग में सफलता मिली, तो यह दवा शरद ऋतु में बाजार में पहुंच सकेगा.
रिपोर्ट के अनुसार क्लिनिकल परीक्षण 10 जून से शुरू हुआ. यह नयी दवा चार स्वतंत्र मानव समुदायों में प्रयोग किया गया. पहला, अस्पताल में कोविड-19 के पुष्ट मामले. दूसरा, अस्पताल के बाहर लक्षण ग्रस्त मामले. तीसरा, अब स्वस्थ हैं, लेकिन आसानी से संक्रमित व्यक्ति. चौथा, पुष्ट मामले से घनिष्ठ संपर्क रखने वाले स्वस्थ व्यक्ति.
इस कंपनी के अनुसार वैज्ञानिकों ने दस हजारों एंटीबॉडी इकट्ठे किये, ताकि उनमें से कोविड-19 का मुकाबला करने वाले कारगर एंटीबॉडी को चुना जा सके. परीक्षण के पहले चरण में मानव पर दवा की सुरक्षा की जांच की जाएगी. फिर एंटीबॉडी की प्रभावशीलता को निश्चित किया जाएगा.
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