Ukraine Issue: यूक्रेन मुद्दे पर रूस और अमेरिका के बीच बढ़ते हुए विवाद और यूक्रेन पर रूसी सैन्य कार्रवाई के निरंतर खतरे को देखते हुए अमेरिकी दूतावास ने राजनयिक परिवारों को कीव से बाहर जाने का आदेश दिया है. अमेरिकी सरकार का मानना है कि रूस के नियंत्रण वाले क्रीमिया और पूर्वी यूक्रेन में स्थिति काफी बिगड़ सकती है.
गौरतलब है कि यूएस ने यूक्रेन जाने वाले यात्रियों के लिए एक ट्रैवेल एडवाइजरी भी जारी की है. इस एडवाइजरी में अमेरिकी नागरिकों को सलाह दी गई है कि वह यूक्रेन की यात्रा करने से बचें क्योंकि वहां पर कोविड और रूस द्वारा संभावित सैन्य हमलों का अंदेशा है. वहीं उन्होंने क्रीमिया, डोनेट्स्क और लुहान्स्क को अधिर खतरे वाला इलाका बताया है.
वाशिंगटन ने कीव से अपने गैर-जरूरी दूतावास कर्मचारियों को भी ‘स्वैच्छिक’ प्रस्थान की अनुमति दी है
वहीं वाशिंगटन ने अपने गैर जरूरी दूतावास कर्मचारियों को कीव से ‘स्वैच्छिक’ प्रस्थान की अनुमति दी है और पूर्वी यूरोपीय देश में अमेरिकी नागरिकों से भी अभी वहां से जल्द से जल्द प्रस्थान करने पर विचार करने का आग्रह किया है. इसके पीछे अमेरिका का तर्क है कि यह मास्को द्वारा किसी भी संभावित घुसपैठ के बाद उन्हें निकालने की स्थिति में नहीं होगा.
उल्लेखनीय है कि इन सभी विवादों के बीच ब्रिटिश विदेश विभाग ने एक इस संबंध में एक बयान जारी करके माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया था. उन्होंने दावा किया कि क्रेमलिन यूक्रेन में रूस समर्थक नेता को सत्ता में बिठाने की योजना बना रहा है.
ब्रिटेन का दावा यूक्रेन में रूस समर्थक नेता को बिठाना चाहती है क्रेमलिन
उन्होंने अपनी आधिकारिक प्रेस रिलीज में दावा किया कि उनके पास ऐसी जानकारी है जो इस तरफ इशारा करती है कि रूसी सरकार कीव से यूक्रेन में एक रूसी समर्थक नेता को सत्ता में बिठाने की लिये साजिश रच रही है. वह ऐसे नेता को सत्ता में बिठाने पर काम कर रही है जो रूस के यूक्रेन पर आक्रमण कर कब्जा करने का समर्थन करे. ब्रिटिश विदेश विभाग का आरोप है कि यूक्रेन के ही पूर्व सांसद येवेन मुरायेव को रूस इस मामले में अपना संभावित उम्मीदवार मान रहा है.
Ukraine Conflict: यूक्रेन के मसले पर और बढ़ा तनाव, अमेरिका ने यूक्रेन के लिए भेजी सैन्य मदद