वॉशिंगटन: दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में हर दिन कोरोना मामले और मौत की संख्या में इजाफा हो रहा है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते एक दिन में अमेरिका में कोरोना संक्रमण के 70 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए और 1462 लोगों की मौत हुई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले और मौतें अमेरिका में दर्ज की गई हैं. इससे पहले पिछले कुछ दिनों से भारत और ब्राजील में एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज हो रही थी. अमेरिका में कोरोना की चपेट में आकर मरने वालों की तादाद डेढ़ लाख पार कर गई है, ये भी दुनियाभर में मरने वालों की सबसे बड़ी संख्या है.


अबतक 49 फीसदी लोग हुए ठीक
कोरोना संक्रमण पर नजर रखने वाली वेबसाइट वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की कुल संख्या शनिवार सुबह तक बढ़कर 47 लाख 5 हजार के पार पहुंच गई. वहीं अबतक 1 लाख 56 हजार 747 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, बीमारी से ठीक हो रहे लोगों की रफ्तार अभी भी धीमी है. देश में अबतक 23.27 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जो कुल संक्रमितों का सिर्फ 49 फीसदी है. 22 लाख 21 हजार अभी भी इस वायरस से संक्रमित हैं. वहीं अमेरिका में कुल 3.30 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है.


कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सबसे ज्यादा प्रभावित
अमेरिका के सबसे बड़े राज्यों में से एक कैलिफॉर्निया कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है. राज्य में 5 लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले अभी तक सामने आ चुके हैं. साथ ही इस राज्य में 9,194 लोगों की मौत हुई है. वहीं एक वक्त देश में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य रहा न्यूयॉर्क अब तीसरे नंबर पर है, जहां 4 लाख 43 हजार मामले अभी तक आ चुके हैं. मौत के मामले में अभी भी यह पूरे देश में सबसे ऊपर है. राज्य में संक्रमण से 32,765 लोगों की मौत हुई.


इनके अलावा फ्लोरिडा, न्यू जर्सी, टेक्सस, इलिनॉय समेत कई अन्य राज्य इससे काफी प्रभावित हैं. देश के 12 राज्यों में 1 लाख से ज्यादा मामले आए हैं, जबकि ज्यादातर राज्यों में मृतकों का आंकड़ा एक हजार से ऊपर पहुंच चुका है.


कोरोना के संभावित टीके पर 2.1 अरब डॉलर और खर्च करेगा अमेरिका
दवा कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन और सनोफी पैस्टर ने अमेरिका को कोविड-19 के 10 करोड़ प्रयोगात्मक टीकों की आपूर्ति की घोषणा की है. अमेरिकी सरकार इसके लिए करीब 2.1 अरब डॉलर की राशि खर्च करेगी. वह इस उम्मीद में यह खर्च करेगी कि इससे कुछ फायदा होगा. कंपनियों ने एक बयान में कहा कि अमेरिका 2.1 अरब डॉलर का भुगतान करेगा. ताकि कोविड-19 के संभावित टीके के चिकित्सकीय परीक्षण, विनिर्माण और आपूर्ति के स्तर को बढ़ाया जा सके. इस राशि का एक बड़ा हिस्सा सनोफी के पास जाएगा.


अमेरिका के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स एजर ने एक बयान में कहा, ''ऑपरेशन वार्प स्पीड के तहत टीकों का पोर्टफोलियो तैयार किया जा रहा है. ताकि साल के अंत तक हमारे पास जल्द से जल्द कम से कम एक सुरक्षित टीका उपलब्ध हो.'' ऑपरेशन वार्प स्पीड के तहत अमेरिका के दीर्घावधि में 50 करोड़ टीकों की अतिरिक्त आपूर्ति हासिल करने का विकल्प भी है.


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