Coronavirus: कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा कहर दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में बरसाया है. पूरी दुनिया के करीब एक तिहाई कोरोना मरीज अमेरिका में ही हैं. यहां 11 लाख के करीब लोग कोरोना से प्रभावित हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे में 30,825 नए मामले सामने आए हैं और 2,201 नए लोगों की मौत हुई है. न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी, कैलिफॉर्निया में सबसे ज्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं.


अमेरिका में अबतक 63,856 लोगों की मौत


वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या शुक्रवार सुबह तक बढ़कर 10 लाख 95 हजार 019 हो गई. वहीं कुल 63,856 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि एक लाख 52 हजार 324 लोग ठीक भी हुए हैं. अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 310,839 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 23,780 लोग मारे गए हैं. इसके बाद न्यू जर्सी में 118,652 कोरोना मरीजों में से 7,228 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.


अमेरिका ने माना मानव निर्मित नहीं है कोरोना वायरस


अमेरिका ने मान लिया है कि कोरोना वायरस मानव निर्मित या जैनेटिक तौर पर मॉडिफाइड नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रीय इंटेलिंजेंस निदेशक कार्यालय ने बयान जारी कर इस बाबत वैज्ञानिकों की राय से सहमति जताई है. हालांकि अमेरिका ने संक्रमण के कारणों की जांच का दरवाजा खुला रखा है.


अमेरिका के राष्ट्रीय इंटेलिजेंस निदेशक कार्यालय की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि अमेरिकी इंटेलिजेंस कम्यूनिटी इस बात को लेकर आश्वस्त है कि कोरोना वायरस मानव निर्मित या जैनेटिक रूप से बदलाव कर नहीं बनाया गया है. इस बारे में अमेरिकी इंटेलिजेंस कम्यूनिटी वैज्ञानिकों की तरफ से अब तक आई राय से इत्तेफाक रखती है. हालांकि इस अमेरिकी खुफिया तंत्र से जुड़ी इस अहम संस्था ने अपने बयान में कोरोना संक्रमण के विस्तार पर जांच का दरवाजा भी खुला रखा है.


ये भी पढ़ें-
कोविड संकट में दुनिया की मदद का दवाखाना बना भारत
एयरटेल फिर से बना नंबर वन, डाउनलोड और वीडियो एक्सपीरियंस के मामले में सबसे अव्वल कंपनी