ओबामा ने ‘हिस्टोरिकली ब्लैक कॉलेजिस एंड यूनिवर्सिटीज’ के दो घंटे के कार्यक्रम ‘‘शो मी योर वॉक’’ में यह बात कही. यह कार्यक्रम यूट्यूब, फेसबुक और टि्वटर पर प्रसारित किया गया.
उन्होंने कहा, ‘‘इस महामारी ने इस बात से पूरी तरह से पर्दा हटा दिया है कि कई प्रभारी अधिकारी जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं. उनमें से कई प्रभारी होने का दिखावा तक नहीं कर रहे हैं.’’ ओबामा ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प या किसी अन्य संघीय या राज्य अधिकारी का नाम नहीं लिया.
'कोरोना का समुदायों पर गलत असर'
पूर्व राष्ट्रपति ने फरवरी में जॉर्जिया में एक आवासीय सड़क पर जॉगिंग करते वक्त अहमद आर्बरी (25) की गोली मारकर हत्या किए जाने की घटना का भी जिक्र किया.
उन्होंने कहा, ‘‘हम कोविड-19 का अपने समुदायों पर असंगत असर देखते हैं. जैसा कि हमने देखा कि जब एक अश्वेत व्यक्ति सैर के लिए जाता है और कुछ लोगों को लगता है कि वे उस व्यक्ति को रोक सकते हैं और उनके सवाल का जवाब नहीं देने पर उसे गोली मार सकते हैं.’’
अमेरिका इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है. दुनियाभर में 47 लाख से ज्यादा केस कोरोनावायरस के आए हैं, जिनमें से 15 लाख से ज्यादा केस अकेले अमेरिका में आए हैं. देश में अब तक इस बीमारी से 90 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं 3 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं.
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