पोप फ्रांसिस ने वेटिकन के बाल चिकित्सालय जाकर कुछ यूक्रेनी बच्चों से मुलाकात की, जो रूस के हमले के बाद बच निकले थे और उनका यहां इलाज चल रहा है. वेटिकन ने बताया कि बाम्बिनो गेसु अस्पताल में इस समय 19 यूक्रेनी शरणार्थियों का इलाज चल रहा है और गत हफ्तों में करीब 50 लोगों का इलाज किया गया है.
वेटिकन ने बताया कि युद्ध से पहले कुछ बच्चे कैंसर, तंत्रिका तंत्र और अन्य समस्याओं से जूझ रहे थे और लड़ाई के शुरुआती दिनों में यहां आए थे, जबकि बाकी को लड़ाई में चोटिल होने के बाद इलाज के लिए लाया गया है. वेटिकन ने बताया कि शनिवार दोपहर बाद फ्रांसिस कुछ दुरी तय करके पहाड़ी पर स्थित अस्पताल गए और वेटिकन लौटने से पहले मरीजों से उनके कमरे में जाकर मिले.
रूस ने कर दिया था हमला
गौरतलब है कि यूक्रेन में पिछले महीने 24 फरवरी को रूस ने हमला कर दिया था. आज रूस-यूक्रेन युद्ध का 25वां दिन है. यूक्रेन के कई शहरों में लगातार लड़ाई जारी है. रूस ने यूक्रेन के शहर मारियुपोल को चारों तरफ से घेर रखा है और वहां लगातार लड़ाई जारी है.
यूक्रेन की समाचार एजेंसी द कीव इंडिपेंडेंट ने दावा किया है कि दोनेत्सक सैन्य-नागरिक प्रशासन के प्रमुख पावलो किरिलेंको ने कहा कि हजारों मारियुपोल निवासी जो रूसी हमलों से बचने में कामयाब रहे कब्जे वाले मानहुशी और मेलेकिन में भूख से मर रहे हैं. रूसी सेनाओं ने उनको भोजन, पानी और सुरक्षित मार्ग प्रदान करने से इनकार कर दिया है.
फ्रांस और यूएस से लगाई है मदद की गुहार
वहीं आपको बता दें कि इस समय यूक्रेन के बंदरगाहों के शहर मारियुपोल में रूसी हमले से उत्पन्न तबाही का मंजर बयां करते हुए एक पुलिस अधिकारी ने अमेरिका और फ्रांस से मदद की गुहार लगायी है और यूक्रेन को अपनी आधुनिक वायु रक्षा प्रणाली उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है.