ट्रंप नीति का शिकार भारतीय अमेरिका में गिरफ्तार, परिजनों ने सुषमा से मांगी मदद
नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आस्था और धर्म के आधार पर शुरू हुए भेदभाव पर नाखुशी जतायी है. ओबामा ने कहा है कि देशभर में ट्रंप की नीति के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन से वो दुखी हैं. इधर ट्रंप नीति का एक भारतीय भी शिकार हो गया है. वडोदरा के 53 साल के कारोबारी परमन राधाकृष्णन को उत्तरी डकोटा एयरपोर्ट को गिरफ्तार कर लिया गया, राधाकृष्णन की पत्नी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई है.
53 साल के परमन राधाकृष्णन अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की एंटी माइग्रेंट नीति के शिकार हो गए. उत्तरी डकोटा में पुलिस ने राधाकृष्णन को उस वक्त हिरासत में ले लिया जब एयरपोर्ट पर उनका झगड़ा हो गया. दरअसल ऐसी खबरें आ रही हैं कि राधाकृष्णन ने कथित तौर पर एयरपोर्ट पर बम होने की बात कही थी, यही नहीं उन्होंने वहां मौजूद ट्रेवल एजेंट को कहा कि उनके बैग में विस्फोटक है, इसी के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
परमना राधाकृष्णन की देवकी एनर्जी कंसलटेंट प्राइवेट नाम की कंपनी है, जो कि उर्जा संरक्षण के क्षेत्र में काम करती है. वो एक हफ्ते के बिजनेस ट्रिप पर अमेरिका गए थे. उनके परिवारवालों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद मांगी है, परमन राधाकृष्णन की पत्नी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्विटर पर लिखा, ''सुषमा जी, मेरे पति परमन राधाकृष्णन एक ईमानदार व्यक्ति हैं और उनमें उर्जा संरक्षण के लिए जुनून है.''
@SushmaSwaraj Sushmaji, my husband Paraman Radhakrishnan is an honest man with a passion for energy conservation.
— renu (@Nair1209Renu) January 28, 2017
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर जवाब दिया, ''मैंने अमेरिका में भारत के राजदूत से इस पर रिपोर्ट मांगी है.''
I have asked for a report from Indian Ambassador in U.S. @IndianEmbassyUS. https://t.co/9Xv09int4S — Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) January 30, 2017
इसके अलावा सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, राज्यसभा में निर्दलीय सांसद परिमल नाथवानी ने भी सुषमा स्वराज से गुज़ारिश की है कि वो इस मामले में कारोबारी के परिजन की मदद करें.