Holi Pakistan Hindu: पाकिस्तान में होली मना रहे हिन्दू छात्रों पर हमला, 15 घायल
Hindu Students Attacked in Pak: इस हमले में कथित तौर पर 15 लोग घायल हो गए हैं. इस घटना का वीडियो सामने आया है.
Hindu Students Celebrating Holi Attacked In Pakistan: कंगाल पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमला होता रहता है. एक बार फिर वहां हिन्दुओं को निशाना बनाने का मामला सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब यूनिवर्सिटी में होली खेल रहे छात्रों पर हमला कर दिया गया. इस हमले में कथित तौर पर 15 लोग घायल हो गए हैं. इस घटना का वीडियो सामने आया है.
क्या है पूरी घटना
यह घटना पंजाब यूनिवर्सिटी की है, जहां 30 छात्र होली का जश्न मना रहे थे. इस पूरी घटना का जिक्र एक प्रत्यक्षदर्शी काशिफ ब्रोही ने किया है. काशिफ ने बताया है, 'जैसे ही छात्र लॉ कॉलेज के परिसर में इकट्ठा हुए, इस्लामी जमीयत तुलबा (IJT) के कार्यकर्ताओं ने उन्हें जबरन होली मनाने से रोक दिया, जिसके कारण झड़प हुई. झड़प के परिणामस्वरूप 15 हिंदू छात्र घायल हो गए.'
Hindu students attacked by Islamists in Pakistan for celebrating Holi.
— Pakistan Untold (@pakistan_untold) March 6, 2023
Similar incidents of attacks on Holi celebrations happen in India every year.
Secular cowardice cost Hindus more than Islamist violence.pic.twitter.com/nGpuCXuFRP
यूएन में भारत ने अल्पसंख्यकों पर हमले के लिए पाकिस्तान को लगाई लताड़
पाकिस्तान में हिंदू समेत दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों की स्थिति ठीक नहीं है. भारत अक्सर इस मसले को उठाता रहा है. संयुक्त राष्ट्र (UN) में 3 मार्च को भारत (India) ने फटकार लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) में अक्सर हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों पर हमले होते हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान की ओर से दिए गए बयान के जवाब में भारत ने कहा कि पाक के प्रतिनिधि ने एक बार फिर उनके देश के खिलाफ अपने दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिए इस प्रतिष्ठित मंच का दुरुपयोग किया.'
भारत की प्रतिनिधि सीमा पुजानी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष हिना रब्बानी खार (Hina Rabbani Khar) को यह कहते हुए फटकार लगाई कि कोई भी अल्पसंख्यक आज पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से नहीं रह सकता है.
यूएन में भारत ने लगाई पाकिस्तान को लताड़
यूएन में भारत ने दावा करते हुए कहा कि पिछले एक दशक में जबरन गुमशुदगी को लेकर पाकिस्तान जांच आयोग को 8,463 शिकायतें मिलीं थीं. बलूच लोगों ने इस क्रूर नीति का खामियाजा भुगता है. छात्रों, डॉक्टरों, इंजीनियरों, शिक्षकों और समुदाय के नेताओं को अक्सर अगवा कर लिया जाता है. ईसाई समुदाय के साथ भी उतना ही बुरा बर्ताव है. इसे अक्सर ईशनिंदा कानूनों के माध्यम से टारगेट किया जाता है.