हिंदुओं पर हिंसा के बीच खालिदा जिया की लगी डबल 'लॉटरी', पहले अदालत ने किया बरी और अब विदेश का टिकट
Khaleda Zia Corruption Case: उच्च न्यायालय का फैसला आते ही खालिदा जिया अमेरिकी दूतावास पहुंची. अगले महीने वह ब्रिटेन जा सकती हैं. वहां से वह उच्च स्तर के इलाज के लिए अमेरिका या जर्मनी जा सकती हैं.
Bangladesh High Court Acquits Khaleda Zia In Corruption Case: एक तरफ बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का दौरा जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ शेख हसीना के शासन के दौरान जेल में बंद रहीं पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की अध्यक्ष खालिदा जिया की ‘लॉटरी’ लगने का सिलसिला जारी है.
पहले तो शेख हसीना के तख्ता पलट के ठीक बाद खालिदा जिया को निचली अदालत ने बरी कर दिया था और अब उच्च न्यायालय ने भी बुधवार (27 नवंबर 2024) को उन्हें बरी कर दिया. इसके बाद वह खास इलाज के सिलसिले में विदेश जाने की तैयारी में हैं. उन्होंने इसके लिए सारे जरूरी इंतजाम कर लिए हैं. अपने वीजा आवेदन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बुधवार को कोर्ट का फैसला आने के बाद वह अमेरिकी दूतावास पहुंचीं थीं.
अगले महीने ब्रिटेन जा सकती हैं खालिदा जिया
'डेली स्टार' अखबार बीएनपी की मीडिया शाखा के सदस्य सयरूल कबीर खान के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि खालिदा अपने आवेदन की प्रक्रिया को पूरा करने के सिलसिले में अपनी उंगलियों का निशान देने बुधवार दोपहर अपने गुलशन कार्यालय से अमेरिकी दूतावास पहुंची थीं. अगले महीने जिया के ब्रिटेन जाने की संभावना है. वहां से वह उच्च स्तर के इलाज के लिए अमेरिका या जर्मनी जा सकती हैं.
कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं
बता दें कि खालिदा कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं, जिनमें लीवर सिरोसिस, हार्ट, फेफड़े, किडनी और आंख की समस्याएं शामिल है. बांग्लादेश उच्च न्यायालय ने भ्रष्टाचार के एक मामले में जिया को बुधवार (27 नवंबर 2024) को बरी कर दिया. निचली अदालत ने इस मामले में उन्हें सात साल के कैद की सजा सुनाई थी.
दो बार रह चुकी हैं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री
गौरतलब है कि 6 अगस्त 2024 को ढाका में सत्ता परिवर्तन के बाद जिया को बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के आदेश पर पूरी तरह मुक्त कर दिया गया था. वह मार्च, 1991 से मार्च, 1996 तक और फिर जून 2001 से अक्टूबर 2006 तक देश की प्रधानमंत्री थीं.
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