Violence In Islamabad: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran Khan) और उनके समर्थकों पर पुलिस ने उस वक्त गुरुवार तड़के पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे जब दोबारा चुनाव को लेकर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (pakistan tehreek-e-insaf) के कार्यकर्ता और समर्थक इस्लामाबाद पहुंचने लगे. इसके बाद पुलिस से भिड़ंत और भारी हिंसा हुई है. यह बवाल उस वक्त और बढ़ गया जब इमरान खान की इस चेतावनी के बाद की शहबाज शरीफ जब तक चुनाव की नई तारीखों का एलान नहीं करते, उनके समर्थक इलाके को खाली नहीं करेगे. इसके बाद अथॉरिटीज की तरफ से डी-चौक के पास पीटीआई समर्थकों को रोकने की कोशिश हुई. इमरान समर्थकों ने जमकर बवाल किया मेट्रो स्टेशन में आग लगा दी.


सीनेटर एरोन अब्बास बप्पी ने कहा- यह करीब ढाई बजे का समय है और डी-चौक के पाद आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं. भगवान जाने इमरान खान के पहुंचने तक कितनी राउंड ये गोले दागे जाएंगे. इस्लाबाद में पुलिस और इमरान समर्थकों की झड़प के बीच पीटीआई नेच आधिकारिक एकाउंट से ट्वीट करते हुए कहा- “पाकिस्तान के लोगों की तरफ से जान बचाने के लिए अद्भूत प्रयास. क्या इनिंग खेली जा रही है, मासाअल्लाह आप लोगों को सलामत रखे.” हजारों की संख्या में उमड़ा पीटीआई समर्थकों का ये हुजूम देर रात पाकिस्तान की राजधानी में दाखिल हुआ तो लंबा जाम लग गया. हालांकि एंट्री से पहले वहां हिंसा भी खूब भड़की. इस्लामाबाद में मेट्रो स्टेशन में इमरान खान के समर्थकों ने आग लगा दी. 


इस्लामाबाद में हिंसा और आगजनी


इसके बाद वहां पर आग की ऊंची-ऊंची लपटें देखी गई. पाकिस्तान में बुधवार को अलग-अलग शहरों से कुछ इसी तरह की तस्वीरें सामने आईं. हिंसक प्रदर्शन के दौरान इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कई समर्थकों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है. क्या कराची, क्या लाहौर, हजारों की संख्या में मांगों को लेकर इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थक सड़कों पर उतरे. लेकिन सत्ता पर काबिज शहबाज सरकार को ये नागवार गुजरा. इमरान खान के समर्थकों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया. आंसू गैस के गोले छोड़े गए, लाठीचार्ज किया गया. जवाब में गुस्साए समर्थकों ने पत्थरबाजी भी की. वहीं सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता गिरफ्तार भी हुए.






पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने मंगलवार को पाकिस्तान सरकार के इस्लामाबाद की ओर लंबे मार्च को रोकने के फैसले के बावजूद पार्टी के ‘आजादी मार्च’ को जारी रखने की योजना बनाई थी. खान ने पेशावर में कहा था कि वह बुधवार को ‘पाकिस्तान के इतिहास में सबसे बड़े जुलूस’ का नेतृत्व करेंगे. पीटीआई अध्यक्ष का भाषण पीटीआई के सदस्यों और नेताओं के खिलाफ देशव्यापी पुलिस कार्रवाई के बाद आया था.


क्या है पूरा मामला?


इससे पहले, 24 मई को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को पाकिस्तान पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पीटीआई के ये कार्यकर्ता पाकिस्तान में जल्दी आम चुनाव कराने की मांग को लेकर संघीय राजधानी इस्लामाबाद तक एक नियोजित प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके बाद पाकिस्तान पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बाद में पुष्टि की कि गिरफ्तारी सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) सत्तारूढ़ गठबंधन के कहने पर की गई थी. सोमवार देर रात पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई शुरू की गई थी.


पीटीआई प्रमुख खान ने सरकार से फेडरल एसेंबली को भंग करने और चुनाव कराने की मांग की थी. इन मांगों पर जोर देने के लिए पीटीआई का विरोध प्रदर्शन तेज किया. इसके बाद आंदोलनकारियों को 25 मई को इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन के लिए एकजुट हुए और उस दौरान भारी हिंसा देखने को मिली. पीटीआई की पंजाब इकाई की सूचना सचिव मुसरत चीमा ने मंगलवार को बताया था, ''पुलिस ने अब तक पंजाब प्रांत के विभिन्न हिस्सों से एक महिला विधायक रशीदा खानम सहित 100 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर चुकी है ताकि उन्हें 'आजादी मार्च' में भाग लेने के लिए इस्लामाबाद पहुंचने से रोका जा सके.''


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