(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Identity Fraud: अपने मरे हुए भाई की पहचान चुराकर जिंदगी जी रहा था 86 साल का बुजुर्ग, लगभग 50 साल बाद हुआ खुलासा
US: अमेरिका में एक 86 साल के बुजुर्ग को अपने फायदे के लिए अपने ही मरे हुए भाई की पहचान चोरी करने के लिए दोषी पाया गया है.
US Identity Fraud: अमेरिका में एक 86 साल के बुजुर्ग को अपने ही मरे हुए भाई की पहचान चोरी करने के आरोप में दोषी करार दिया गया है. दोषी करार दिए जाने के बाद नेपोलियन गोंजालेज नाम के इस शख्स के अपराध की कहानी इस वक्त अमेरिका ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में फैल गई है.
अमेरिकी जिला अदालत की जूरी ने नेपोलियन को पहचान की चोरी करने, पासपोर्ट फ्रॉड, सोशल सिक्योरिटी फ्रॉड और मेल फ्रॉड करने का दोषी ठहराया है. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक नेपोलियन गोंजालेज की उम्र अब 86 साल है.
मरे हुए भाई की चुराई थी पहचान
नेपोलियन ने अपनी भाई की मौत के बाद उसकी पहचान चोरी कर ली. इस फ्रॉड से उसे कई तरह के सोशल सिक्योरिटी बेनिफिट्स मिलते रहे. इतना ही नहीं उसने भाई की पहचान का इस्तेमाल कर उसके नाम पर फर्जी पासपोर्ट और स्टेट आइडेंटिफिकेशन कार्ड भी बनवा लिए और इसका फायदा वो कई सालों तक लेता रहा.
नेपोलियन ने अपने जिस भाई की पहचान चुराई थी उसकी मौत बचपन में ही 1939 में हो गई थी. इतना ही नहीं अपने भाई की चुराई गई पहचान के तहत मिलने वाले सरकारी लाभों के ज़रिये ही नेपोलिंयन गोंजालेज ने अपनी पूरी ज़िंदगी काट दी.
2010 में हुआ था खुलासा
बता दें कि इस बात का खुलासा पहली बार साल 2010 में हुआ था जिसके बाद सरकार की ओर से उसे पैसे देने पर रोक लगा दी गई थी. इसके बाद साल 2020 में आइडेंटिफिकेशन सॉफ्टवेयर से पता चला कि नेपोलियन गोंजालेज का चेहरा दो स्टेट आइडेंटिफिकेशन कार्ड्स में दर्ज है. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उस पर केस चल रहा है. हालांकि अब तक इस पर फैसला नहीं हुआ है लेकिन अगर होता है तो नेपोलियन को करीब 20 साल की सज़ा हो सकती है और जुर्माना भी लग सकता है.
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