पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम मॉरिसन के बीच आज होगी दूसरी वर्चुअल शिखर वार्ता, यूक्रेन मुद्दे पर भी होगी बात
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध पारस्परिक समझ और विश्वास पर आधारित हैं और हिंद-प्रंशात क्षेत्र पर दोनों पक्षों का समान दृष्टिकोण है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन आज दोपहर 12 बजे दूसरी भारत-ऑस्ट्रेलिया वर्चुअल शिखर वार्ता करेंगे. ऑस्ट्रेलिया के पीएम मॉरिसन ने भी इस वर्चुअल बैठक की पुष्टी करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक की बात कही है. इस बैठक में दोनों प्रधानमंत्री यूक्रेन के मौजूदा हालात और आपसी व्यापार संबंधों पर विस्तार से चर्चा कर सकते हैं.
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते मॉरिसन ने बयान जारी करते हुये कहा था कि शिखर वार्ता के दौरान द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को और प्रगाढ़ करने के साथ-साथ नये आर्थिक अवसर तलाशने पर भी चर्चा होगी. उन्होंने कहा था कि हम यूक्रेन के मौजूदा हालात और इसके हिंद-प्रशांत क्षेत्र तथा म्यांमार पर पड़ने वाले प्रभाव समेत क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
1500 करोड़ के निवेश पैकेज की हो सकती है घोषणा
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध पारस्परिक समझ और विश्वास पर आधारित हैं और हिंद-प्रंशात क्षेत्र पर दोनों पक्षों का समान दृष्टिकोण है. वहीं दोनों देश इस महीने के अंत तक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने की तैयारी कर रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ डिजिटल शिखर बैठक में मॉरिसन 1,500 करोड़ रुपये के निवेश पैकेज की घोषणा करने वाले हैं.
आस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ फारेल ने भारत की महत्वाकांक्षी ‘मुक्त व्यापार समझौता’(FTA) के प्रथम चरण को संभवतया अंतिम रूप दिये जाने की पुष्टि रविवार को की थी. ओ फारेल ने संवाददाताओं से कहा कि हम इस महीने के अंत तक प्रथम चरण के व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने को लेकर आशान्वित हैं.
12 अरब डॉलर का है भारत और ऑस्ट्रेलिया का व्यापार
इस समय दोनों देशों का व्यापार अनुमानत: 12 अरब अमेरिकी डॉलर का है और उम्मीद की जा रही है कि वस्तुओं और सेवाओं पर प्रथम चरण के समझौते के साथ ही इसमें वृद्धि होगी. राजनयिक सूत्रों ने बताया कि यह सम्मेलन भारत और ऑस्ट्रेलिया के ‘‘शीर्ष स्तर की साझेदारी’’ को प्रतिबिंबित करेगा और दर्शाएगा कि वे तेजी से बदलती दुनिया में वृहद महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति और व्यावहारिक प्रगति के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
राजनयिक सूत्रों ने बताया कि मॉरिसन भारत के साथ संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये की एक निवेश योजना की घोषणा करेंगे. इसमें स्वच्छ प्रौद्योगिकी और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में सहयोग के लिए 183 करोड़ रुपये तथा अंतरिक्ष क्षेत्र में संबंध बढ़ाने के लिए 136 करोड़ रुपये शामिल हैं.
जल्द ही ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जायेंगे भारत के केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी
बैठक में दोनों पक्षों के ‘दुर्लभ खनिज’ के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक विशेष घोषणा करने की उम्मीद है. आस्ट्रेलिया वैश्विक लिथियिम उत्पादन का 55 प्रतिशत उत्पादित करता है और उसके पास विश्व के लिथियम भंडार का करीब 20 प्रतिशत है. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के जल्द ही ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर जाने की संभावना है ताकि वह दुर्लभ पृथ्वी खनिजों से जुड़ी परियोजनाओं की संभावनाओं को टटोल सकें.
सूत्रों ने बताया कि 152 करोड़ रुपये का कुल पैकेज अलग से नए केंद्र स्थापित करने के लिए रखा जाएगा जो द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेंगे, 97 करोड़ रुपये अलग से कौशल विकास के लिए और 136 करोड़ रुपये अंतरिक्ष में सहयोग बढ़ाने के लिए होगा.
हो सकते हैं रक्षा समझौते
उन्होंने बताया कि 1500 करोड़ रुपये का निवेश ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा भारत-ऑस्ट्रेलिया द्विपक्षीय संबंध में किया गया सबसे बड़ा निवेश होगा. सूत्रों ने बताया कि सम्मेलन में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच युवा रक्षा अधिकारियों के आदान-प्रदान के कार्यक्रम की घोषणा की जा सकती है. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का नाम भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत के नाम पर होने की संभावना है जिनकी मौत पिछले साल दिसंबर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हो गई थी.
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