Vivek Ramaswamy: जानें कौन हैं US में राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी घोषित करने वाले विवेक रामास्वामी
Vivek Ramaswamy: भारतीय अमेरिकी मूल के आन्त्रप्रेन्योर विवेक रामास्वामी ने साल 2014 में रोइवेंट साइंसेज की स्थापना की. 2015 और 2016 के सबसे बड़े बायोटेक आईपीओ का नेतृत्व किया.
Vivek Ramaswamy: अमेरिका में अगले साल 2024 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं. इसके लिए पहले से ही रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से निक्की हेली ने अपने नाम की घोषणा कर दी है. इसके बाद भारतीय मूल के अमेरिकी आन्त्रप्रेन्योर विवेक रामास्वामी ने भी चीन पर निर्भरता समाप्त करने के वादे के साथ 2024 की राष्ट्रपति पद की दौड़ की शुरुआत कर दी और अपने नाम की घोषणा कर दी.
विवेक रामास्वामी ने राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने की बात फॉक्स न्यूज के प्राइम टाइम शो में एक लाइव इंटरव्यू के दौरान कही. वह रिपब्लिकन प्रेसिडेंशियल प्राइमरी में प्रवेश करने वाले दूसरे भारतीय-अमेरिकी हैं. आन्त्रप्रेन्योर विवेक रामास्वामी 37 साल के है. उनके माता-पिता केरल से अमेरिका चले गए थे और ओहियो में एक जनरल इलेक्ट्रिक प्लांट में काम करते थे.
विवेक रामास्वामी का बयान
इस महीने की शुरुआत में, दक्षिण कैरोलिना की दो-कार्यकाल की पूर्व गवर्नर और संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने अपने राष्ट्रपति अभियान की घोषणा की. उन्होंने घोषणा की कि वह रिपब्लिकन पार्टी के नामांकन के लिए अपने पूर्व बॉस और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी. वहीं विवेक रामास्वामी ने चुनाव में भाग लेने की घोषणा करने वक्त कहा कि मुझे गर्व हो रहा है कि मैं इस देश में आदर्शों को पुनर्जीवित करने के लिए भाग ले रहा हूं.
इलाज के खोज में काम किया
भारतीय अमेरिकी मूल के आन्त्रप्रेन्योर विवेक रामास्वामी ने साल 2014 में रोइवेंट साइंसेज की स्थापना की 2015 और 2016 के सबसे बड़े बायोटेक आईपीओ का नेतृत्व किया. उन्होंने कई बीमारियों के इलाज की खोज में काम किया. इसके बाद उन्होंने FDA अप्रूव्ड प्रोडक्ट बनाए. इसके अलावा उन्होंने अन्य तरह के सफल स्वास्थ्य सेवा और प्रौद्योगिकी कंपनियों की स्थापना की. उन्होंने साल 2022 में एक नई फर्म, स्ट्राइव एसेट मैनेजमेंट की शुरुआत की, जिसका काम था अमेरिकी अर्थव्यवस्था में रोजमर्रा के नागरिकों की आवाज को सामने लाना.
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