Vladimir Putin Declaration of Annexation: रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन (Ukraine) के चार क्षेत्रों का विलय (Annexation) अपने देश में करने का एलान किया है. विलय समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद पुतिन और अन्य अधिकारियों ने 'रशिया, रशिया...रशिया' का नारा लगाया. इसके बाद पुतिन ने अपने संबोधन में अमेरिका (America) समेत पश्चिमी देशों पर जमकर निशाना साधा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन के चार क्षेत्रों के रूस में विलय की औपचारिक कार्यवाही रूसी संसद में अगले हफ्ते की जाएगी. 


इन चार क्षेत्रों में पांच दिवसीय जनमत संग्रह कराया गया था जोकि 23 सितंबर से 27 सितंबर तक चला. इन क्षेत्रों के अलगाववादी नेता और अधिकारी लंबे समय से जनमत संग्रह कराने की मांग कर रहे थे. इसके बाद शुक्रवार (30 सितंबर) को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन के लुहांस्क, डोनेट्क्स, जैपोरिजिया और खेरसॉन को रूस में मिलाने का एलान किया.  


रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रेमलिन में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस सोवियत संघ वापस बनाने नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन से बा तचीत करने के लिए तैयार है लेकिन विलय किए गए नए हिस्से उसे वापस नहीं देगा. उन्होंने कहा कि अब देश में चार नए क्षेत्र शामिल हो गए हैं. इसी के साथ पुतिन ने कहा, ''हम कीव से सैन्य कार्रवाई रोकने और बातचीत की मेज पर लौटने का आह्वान करते हैं. हम बातचीत के लिए तैयार हैं.''


सैन्य अभियान में मारे गए लोगों को बताया हीरो


पुतिन ने कहा कि रूस में शामिल होने की लोगों की पसंद इतिहास पर आधारित है. जिन लोगों ने विशेष सैन्य अभियान में जान गंवाई है वे महान रूस के हीरो हैं. पुतिन ने कहा, ''यूक्रेन में हमारे भाई-बहन एक ही लोग हैं.''


पश्चिमी देशों पर यूं भड़के पुतिन


व्लादिमिर पुतिन ने कहा, ''पश्चिम रूस के खिलाफ हाइब्रिड युद्ध का नेतृत्व कर रहा है. वह रूस को एक कॉलोनी बनाना चाहता है. पश्चिम रूस को छोटे-छोटे राज्यों में तोड़ने की कोशिश कर रहा है. परमाणु हथियारों की नजीर अमेरिका ने दी.''


पुतिन ने दी हर कदम उठाने की चेतावनी


रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, ''हम अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे और कीव शासन को लोगों की मर्जी का सम्मान करना चाहिए. वर्षों की घेराबंदी और नफरत में जी रहे लुहांस्क और डोनेट्स्क के लोग हमेशा से रूसी नागरिक हैं. सोवियंत संघ के टूटने के बाद इन क्षेत्रों के लोगों को वहां रहने के लिए मजबूर किया गया.''


पुतिन ने कहा कि सभी उपलब्ध साधनों का इस्तेमाल करते हुए रूस में मिलाए गए क्षेत्रों की रक्षा की जाएगी. उन्होंने कहा कि पश्चिम को अपनी इच्छा थोपने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.


पश्चिमी देशों पर पुतिन लगाए ये आरोप


पुतिन ने पश्चिमी देशों पर रूस को कमजोर करने और उसे शीत युद्ध में धकेलने का आरोप लगाया. पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश दुनिया को सभ्य और बर्बर देशों में बांटना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिम चाहता है कि देश और संस्थाएं अपनी संप्रभुता त्याग दें और अपने हितों के लिए आतंकवाद का रास्ता अख्तियार कर लें. रूसी राष्ट्रपति ने कहा, ''रूस एक महान देश है और हम फर्जी अंतरराष्ट्रीय नियमों के आधार पर जीना स्वीकार नहीं करेंगे.''


ये भी पढ़ें


Party Congress: पार्टी कांग्रेस की बैठक से पहले चीन में शी जिनपिंग का चाबुक, कई पार्टी नेताओं पर कार्रवाई


अमेरिका ने भारत सहित अन्य देशों पर लगाया पेट्रोलियम उत्पादों को लेकर बैन, जानें क्या है वजह