मास्को: रशिया के प्रेसीडेंट व्लादिमीर पुतिन ने साफ कहा कि वे जब तक क्रेमिलिन में हैं तब तक गे शादियों को कानूनी मान्यता नहीं देंगे. उन्होंने साफ कहा कि देश में माता-पिता होंगे ना कि पेरेंट नंबर वन और पेरेंट नंबर टू.


उन्होंने कहा कि मैं पहले भी इस बात को कह चुका हूं और एक बार फिर इसे दोहरा रहा हूं कि जब तक मैं राष्ट्रपति हूं तक तक ये नहीं हो सकता. यहां माता-पिता होंगे ना कि पेरेंट नंबर वन और पेरेंट नंबर टू.


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आपको बता दें कि रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को पुरातन विचारधारा वाला माना जाता है. वे होमोसेक्सुएलिटी पर अपनी स्पष्ट राय रखते हैं और उन्होंने रशिया को लिबरल वेस्टर्न कल्चर से दूर रखा हुआ है.


उन्होंने गे मैरिज पर ये बातें तब कहीं जब उन्होंने स्टेट कमीशन से मुलाकात की. ये मुलाकात संविधान में बदलाव को लेकर थी.


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इस आयोग की स्थापना पिछले महीने हुई थी जब पुतिन ने रूस की राजनीतिक प्रणाली में व्यापक बदलाव की घोषणा की थी. 2024 में जब वो ऑफिस छोड़ देंगे तब भी सत्ता पर उनकी पकड़ बनी रहे इसलिए इसे तैयार किया जा रहा है.


आदमी और औरत के बीच शादी को लेकर संविधान में एक लाइन जोड़ने पर उन्हें टिप्पणी करनी थी. इसी दौरान उन्होंने कहा कि रूस गे मैरिज को कानूनी मान्यता नहीं देगा.


पुतिन ने कहा, "हमने कुछ सवालों पर अपने सहयोगियों के साथ बातचीत की है, लेकिन मुझे यह विचार पसंद है".