Vladimir Putin Plan for Ukraine War: रूसी राष्ट्रपति (Russian President) व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) सोमवार (10 अक्टूबर) को सुरक्षा परिषद की बैठक (Security Council Meeting) की अध्यक्षता करेंगे. क्रेमलिन (Kremlin) ने मीडिया को यह जानकारी दी. 


रूसी सुरक्षा परिषद की बैठक ऐसे वक्त बुलाई गई है जब दो दिन पहले ही रूस के कब्जे वाले क्रीमिया (Crimea) के एक पुल पर विस्फोटक से भरे एक वाहन में धमाका हुआ और इसके कथित परिणामस्वरूप रूस ने बीती रात (8 अक्टूबर) जैपोरिजिया (Zaporizhzhia) की एक बहुमंजिला इमारत पर मिसाइल हमला (Russian Missile Strikes) कर दिया. मिसाइल हमले में 17 लोगों के मारे जाने और 40 से ज्यादा लोगों के जख्मी होने की खबर आई. 


समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, ''कल राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों के साथ एक नियोजित बैठक होगी.''


पुतिन की बैठक की अहमियत


पुतिन की इस बैठक की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह लगातार यूक्रेन और पश्चिमी देशों के खिलाफ आक्रामक बयान दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की भी नाटो देशों से यह अपील करते हुए देखे जा रहे हैं कि इससे पहले रूस हमला करे, उस पर परमाणु हमला कर देना चाहिए. 


पुतिन-जेलेंस्की के बीच ताजा तनाव की पृष्ठभूमि में रूस की ओर से यूक्रेन के चार हिस्सों लुहांस्क, डोनेट्स्क, जैपोरिजिया और खेरसॉन का रूस में विलय करना शामिल है. 30 सितंबर को व्लादिमिर पुतिन ने एक समारोह में यूक्रेन के इन चार हिस्सों का रूस में विलय करने की घोषणा की थी. यह घोषणा चारों क्षेत्रों में रूस के समर्थन वाले अलगाववादी नेताओं और अधिकारियों की अगुवाई में 23 से 27 सितंबर तक कराए गए जनमत संग्रह के नतीजे सामने आने के बाद की गई थी. इसे लेकर यूक्रेन ने कहा है कि वह रूस के कब्जे से अपने हिस्से छुड़ाकर रहेगा.


क्या यूक्रेन के साथ आर-पार का प्लान बना रहे हैं पुतिन?


यूक्रेन के साथ जंग में रूस को सात महीने से भी ज्यादा वक्त बीत गया है. पुतिन को इस जंग में वैसी सफलता नहीं मिली है, जिसकी वह उम्मीद कर रहे थे. वहीं, अमेरिका समेत यूरोप के कई देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. रिपोर्ट्स में ऐसी खबरें आम हैं कि पुतिन किसी भी दिन आर या पार के मूड में आ सकते हैं. इन सभी अटकलों से दुनिया में परमाणु युद्ध होने की आशंका गहराई हुई है. 


समंदर से रूसी हमले की आशंका


ऐसी आशंका भी है कि पुतिन तटीय यूरोपीय शहरों पर समंदर से हमला कर सकते हैं. दरअसल, हाल में रूस की सबसे ताकतवर पनडुब्बी बेलगोरोड आर्कटिक सर्किल के बंदरगाह से अचानक गायब हो गई. इस पर अमेरिका और नाटो देश नजर रखते हैं लेकिन अब यह उनके रडार में नहीं दिखाई दे रही है. इससे नाटो देशों में खलबली मची है. इस पनडुब्बी से तबाही मचाने वाला पोसायडन परमाणु हमला किया जा सकता है. दरअसल इस पनडुब्बी में पानी की गहराई में जाकर मार करने वाले छह पोसायडन ड्रोन का जत्था हमेशा मौजूद रहता है. पुतिन की सुरक्षा परिषद की बैठक में क्या नतीजा निकलेगा, इस पर सबकी नजर रहेगी.


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